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बीकानेर ,भारतीय जनसंघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, एकात्म मानववाद के प्रणेता, राष्ट्र ऋषि महामना पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 54वीं पुण्यतिथि को समर्पण दिवस के रूप में मनाते हुए भारतीय जनता पार्टी शहर जिला बीकानेर द्वारा शुक्रवार को दीनदयाल सर्किल पर पंडित जी के स्मारक स्थल पर मुख्य श्रद्धांजलि और विचार गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

कार्यक्रम में भाजपा पदाधिकारियों ने पंडित जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर उनका भावभीना स्मरण करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जिला संगठन प्रभारी ओम सारस्वत, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, मुमताज अली भाटी, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत और जूनागढ़ मंडल अध्यक्ष अजय खत्री मंचस्थ रहे।

जिला महामंत्री अनिल शुक्ला ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए पंडित जी के एकात्म मानववाद दर्शन के विषय में जानकारी दी ।

मुख्य वक्ता जिला संगठन प्रभारी ओम सारस्वत ने कहा कि बचपन के दौरान अभावों में पलने और अति अल्प आयु में ही माता पिता के निधन होने के बावजूद भी पंडित जी ने कभी भी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया । आज हम सभी कार्यकर्ता उनकी प्रतिमा को नमन करने के साथ ही उनके द्वारा देश और राजनीति को दी गई नई दिशा का भी स्मरण कर रहे हैं।

सारस्वत ने कहा कि दीनदयाल जी ने प्रतिकूल परिस्थितियों में डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के सानिध्य में कार्य करते हुए राजनीति में संस्कृति और शुचिता के राजदूत के रूप में कार्य किया। उन्होंने “चरैवेति-चरैवेति” यानी लगातार चलते रहने और बिना शिकन के साथ कार्य करने का मार्ग दिखाते हुए भारतीय राजनीति को एकात्म मानववाद का अमर दर्शन दिया।

उन्होंने कहा कि पंडित जी सिद्धांतहीन मतदान को सिद्धान्तहीन राजनीति का जन्मदाता मानते थे जिससे लोकतंत्र कभी भी महान नहीं बन सकता और इसलिए उनके अनुसार मतदान देश की समस्याओं और उद्देश्य पर आधारित होना चाहिए। सारस्वत ने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार द्वारा चलाई गई उज्जवला, शौचालय निर्माण, कोरोना वैक्सीन और जनधन योजना जैसी अनेकों योजनाएं पंडित जी द्वारा दिखाए गए मार्ग का ही अनुसरण हैं।

प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को जातिवाद पर आधारित राजनीति नहीं करने वाले युगपुरुष की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव में हार मंजूर कर ली लेकिन जातिवाद के आधार पर समाज से द्वेष नहीं फैलाया।

डॉ. आचार्य ने कहा कि अपने नाम के अनुसार ही पंडित जी ने दीन और हीन का भला करते हुए राष्ट्र और समाज के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करते हुए अन्त्योदय का लक्ष्य दिया। उन्होंने कार्यकर्त्ता, कार्यक्रम, कार्यालय और कोष आधारित भाजपा के सुदृढ़ सञ्चालन के लिए सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से आजीवन समर्पण निधि अभियान में सहयोग करने का आह्वान किया ।

देहात जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने कहा कि आज समर्पण दिवस के अवसर पर कार्यकर्ताओं को आत्मा और मन से संगठन के लिए समर्पित होने का संकल्प लेना चाहिए क्योंकि संगठन ने ही हम सभी कार्यकर्ताओं को अस्तित्व और एक पहचान दी है।

प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मुमताज अली भाटी ने कहा कि समाज और राष्ट्र का आधार भू-सांस्कृतिक राष्ट्रवाद है और उसी के आधार पर सरकारों की योजनाएं और प्रशासन चलना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि पंडित जी द्वारा दिए गए सिद्धांतों पर ही आज भारतीय जनता पार्टी का संगठन चल रहा है और मोदी सरकार की योजनाएं भी उन्हीं के आदर्शों पर आधारित है।

महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने अपने संबोधन में कहा कि पंडित जी द्वारा दिखाए गए अंतिम छोर पर बैठे गरीब व्यक्ति के उत्थान का लक्ष्य अन्त्योदय और एकात्म मानववाद सिद्धांत के आधार पर ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार कार्य कर रही है जो उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।

कार्यक्रम के अंत में जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर भाजपा की बात रखते हुए पार्टी के आजीवन समर्पण निधि अभियान पर प्रकाश डाला और सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत ने पंडित दीनदयाल जी के आदर्श जीवन और उनके प्रेरक संस्मरणों को साझा किया ।

जिला मंत्री व जिला मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य ने बताया कि मुख्य श्रद्धांजलि कार्यक्रम के साथ ही शहर भाजपा के आठों मंडल अध्यक्षों के नेतृत्व में सभी मंडलों और बूथ स्तर पर भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को पार्टी के समर्पण निधि अभियान की विस्तृत जानकारी दी गई।

प. दीनदयाल स्मारक स्थल पर आयोजित मुख्य श्रद्धांजलि समारोह में जिला संगठन प्रभारी ओम सारस्वत, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, मुमताज अली भाटी, देहात जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित के साथ जिला महामंत्री मोहन सुराणा, अनिल शुक्ला, कुम्भनाथ सिद्ध, नरेश नायक, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य, प्रोमिला गौतम, अरविंद चारण, ओमप्रकाश सोनगरा, जेठमल नाहटा, अजय खत्री, विनोद करोल, नरसिंह सेवग, मो. रमजान अब्बासी, सोहनलाल चांवरिया, श्यामसुंदर चौधरी, सुमन छाजेड, उस्मान खलीफा, विक्रम सिंह राजपुरोहित, पार्षद संजय गुप्ता अनूप गहलोत, पार्षद प्रतिनिधि हिमांशु शर्मा, सुरेश भसीन, शिखरचंद डागा, मूलचंद मारू, सरिता नाहटा, राधा खत्री, भगवती स्वामी, पूर्वा चांडक, अशोक चांवरिया, धर्मेंद्र सिंह सोलंकी, आनंद सोनी, उमाशंकर सोलंकी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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