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बीकानेर,श्री डूंगरगढ के रानी बाजार में मालू भवन में महिलाओं के लिए निशुल्क कैंसर जांच शिविर का आयोजन 13 पथ महिला मंडल की श्री डूंगरगढ़ द्वारा किया गया यहां बीकानेर के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर श्वेता मोहता सहायक आचार्य तुलसी कैंसर उपचार एवं अनुसंधान केंद्र पीबीएम अस्पताल ने अपनी सेवाएं दी शिविर में पीबीएम की कैंसर जांच में द्वारा मैमोग्राफी कलपुस्कोपी एंडोस्कोपी वह स-र की निशुल्क जांच की गई महिलाओं को स्तन में दर्द कोई गांठ महावारी के दौरान अधिक रथ स्राव गले के दर्द आवाज में बदलाव होना सांस लेने में दिक्कत उन्होंने शिविर में पहुंचकर जांच करवाई कुल 138 प्रकार की जांच की गई यह सीवर 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे के उपलक्ष में तेरापंथ महिला मंडल श्री डूंगरगढ़ द्वारा आयोजित किया गया जिसमें कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर श्वेताम होता ने बताया कि स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे ज्यादा कैंसर है तथा उसके बाद बच्चेदानी का होने वाला कैंसर होता है डॉक्टर श्वेता ने बताया कि कैंसर का कारण आजकल की पाश्चात्य जीवन शैली खानपान में सेहतमंद पदार्थ का काम सेवन तंबाकू मद्यपान का सेवन आदि मुख्य कारण है जिन महिलाओं को अनियमित रक्त स्राव जो ज्यादा दिन तक हो वह मेनोपॉज राज्यों निवृत्ति के बाद रक्त स्राव वजन कम होना अधिक सफेद पानी गिरना यह कैंसर के मुख्य लक्षणों में से हैं इसलिए 21 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को नियमित अंतराल पर टेपिस्फीयर एवं एचपीवी वायरस की जांच करवानी चाहिए डॉक्टर श्वेता ने बताया यह जान से स्क्रीनिंग द्वारा बहुत ही पूर्ववस्था या कैंसर की शुरुआती अवस्था में बच्चेदानी के मुंह सरविक्स के कैंसर का पता लगा सकती है तथा मैमोग्राफी स्क्रीनिंग द्वारा स्तन कैंसर का शुरुआती अवस्था में पता लग जाता है डॉक्टर श्वेता ने बताया कि इन लक्षणों का पता चलने पर महिलाओं को शंका संकोच नहीं करके कैंसर रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए ताकि शुरुआती अवस्था में ही पूर्ण इलाज हो सके और पूरी तरह ठीक हो सके वहां उपस्थित महिलाओं को जागरुक करते हुए डॉक्टर श्वेता ने बताया कि कैंसर सामान्यतः कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है खान-पान में प्रोटीन पदार्थ पानी विटामिंस फल हरी सब्जियां आदि प्रचुर मात्रा में खिलाना चाहिए डॉक्टर श्वेता ने तेरापंथ महिला मंडल की महिलाओं को बताया कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन के बारे में बताया कि 9 साल से 15 साल तक की लड़कियों को दो डोज वैक्सीन एवं 15 साल से 26 साल तक की लड़कियों को तीन डोज वैक्सीन लगवानी चाहिए उन्होंने यह भी बताया कि इस बार के बजट में 9 से 14 वर्ष की लड़कियों में एचपीवी वैक्सीन को बढ़ावा देने की घोषणा की गई है जो बहुत ही सराहनीय कदम है इस शिविर में डॉक्टर प्रियतवारी डॉक्टर रीना डाक्टर मेघना खुशबू निहारिका किशन सियाग तरुण कुमार राहुल का संपूर्ण योगदान रहा

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