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बीकानेर। केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के संबंध में आंदोलन कर रहे किसान यदि वाजिब तर्क और सही मंशा के साथ आते हैं तो केंद्र सरकार सदैव उनसे बातचीत करने को तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कृषि और किसानों के लिए अभूतपूर्व और ऐतिहासिक सुधार करते हुए किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है और उसी की अनुपालना में कृषि कानून पारित किए गए हैं। आंदोलन कर रहे किसानों का नेतृत्व कुछ ऐसे नेतागिरी करने वाले लोग कर रहे हैं जो टुकड़े-टुकड़े और टूलकिट गैंग का साथ देकर देश में विभाजन की स्थिति पैदा करना चाहते हैं।

*उपरोक्त विचार भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष, पूर्व संसदीय सचिव और पूर्व विधायक भैंराराम सियोल ने मंगलवार को बीकानेर प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।*

सियोल ने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी जी और उनकी सरकार ने सदैव कृषि और कृषक के हित की बात कही है और मोदी जी की न्यू इंडिया की अवधारणा को साकार करने में समृद्ध और उन्नत किसान और कृषि का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कभी भी किसानों का अहित नहीं कर सकती और केंद्र सरकार ने विभिन्न फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में ऐतिहासिक रूप से वृद्धि कर किसानों को आर्थिक संबल देने का प्रयास किया है लेकिन कुछ लोग बिना वजह भ्रम फैलाकर आंदोलन को लंबा खींचने और येन केन प्रकारेण मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए प्रयासरत हैं परंतु देश की जनता मोदी जी के साथ है।

पूर्व संसदीय सचिव सियोल ने कहा कि राज्य में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय किसानों को बिजली बिल में दी जा रही 800 रुपए से ज्यादा की सीधी फ्लैट छूट को कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया है और उसके जवाब में बिजली कनेक्शन का बिल और मीटर होने पर ही छूट की थोथी घोषणा की है जिससे किसानों को बांटने का कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों के हजारों की संख्या में बिजली कनेक्शन करने लंबित हैं लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस विषय पर भी किसानों को मूर्ख बनाकर केवल घोषणा ही की है और उन्हें ट्रांसफार्मर या बिजली के पोल एवं अन्य कुछ भी उपकरणों की व्यवस्था नहीं की है।

सियोल ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण उनके क्षेत्र में किसानों को प्याज और सरसों की फसल का बहुत अच्छा मूल्य मिल रहा है और उन्होंने मौके पर जाकर इस बात को साबित करने की चुनौती भी दी।

एक सवाल के जवाब में सियोल ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार आपसी अंतर्कलह से जूझ रही है और कांग्रेस पार्टी में किसी प्रकार का आंतरिक लोकतंत्र नहीं बचा है। पार्टी के बड़े नेता स्वयं केंद्र में सरकार आने पर कश्मीर में धारा 370 को पुनः लागू करने की बात कह रहे हैं।

उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत केवल और केवल अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में लगे हुए हैं। पूरे प्रदेश की जनता उनकी सरकार की नाकामियों से त्रस्त है और बिजली-पानी जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि बिजली दरों में अप्रत्याशित वृद्धि, बिजली कंपनियों की मनमानी, बेलगाम अपराध, खनन माफियाओं की दादागिरी, महिलाओं के साथ अत्याचार, कोरोना कुप्रबंधन, पेट्रोल डीजल पर सर्वाधिक वैट दर इत्यादि गहलोत सरकार की प्रमुख नाकामियां है।

सियोल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने प्रदेश में किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी और बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का झूठा वादा कर जनता को बरगलाया था और गहलोत सरकार द्वारा वादाखिलाफी करते हुए अभी तक उन वादों को पूरा नहीं किया गया है।

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की कोरोना महामारी के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने नर सेवा नारायण सेवा को ध्येय मानकर अभूतपूर्व सेवा कार्य किये हैं।

*पत्रकार वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य, जिला मंत्री कौशल शर्मा, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष श्यामसुंदर चौधरी, जिला कार्यसमिति सदस्य दिलीप सिंह आडसर, गोपाल चौधरी, रजनीकांत सारस्वत इत्यादि उपस्थित रहे।*

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