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बीकानेर,.जिले में चोरों ने पुलिस की रैकिंग को बिगाड़ रखा है। हर दूसरे दिन चोर एक वारदात को अंजाम दे रहे हैं। चोरों पर नकेल डालने के लिए पुलिस अब आमजन के साथ-साथ स्वयं का अंदरूनी तंत्र भी मजबूत करने जा रही है। पूर्व में गठित एंटी थीफ स्क्वायड को धरातल पर लाने की तैयारी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने जिले के सभी सीओ सर्किल एवं थानाधिकारियों को चोरियों पर अंकुश लगाने के सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं। सीओ सर्किल स्तर पर एक विशेष टीम गठित की गई है, जिसकी मॉनिटरिंग सर्किल सीओ खुद करेंगे। यह स्पेशल टीम चोरी की वारदातों को रोकने के साथ-साथ चोरों को पकड़ने व माल बरामद करने का काम करेंगी। एंटी थीफ स्क्वायड एवं जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) मिलकर काम करेंगे। इसके अलावा थाना क्षेत्रों में पुलिस की गश्त प्रभावी दी जाएगी। रात के समय गश्त पॉइंट और पुलिस का स्थाई जाब्ता बढ़ाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में चोरी की वारदातें ज्यादा हो रही हैं, वहां पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ गश्त भी बढ़ाने की तैयारी चल रही है। गौरतलब है कि जिले में जनवरी से फरवरी तक चोरी की 112 एवं नकबजनी की 45 घटनाएं हो चुकी हैं। इन दोनों वारदातों में औसतन सवा करोड़ से अधिक का माल चोर उड़ा चुके हैं।

चोरी के आंकड़े

वर्ष 2018 से 2022 तक बीकानेर जिले में चोरी के 2139 मामले दर्ज हुए। हालांकि पुलिस ने 80 प्रतिशत मामलों का खुलासा किया और माल बरामदगी भी 65 प्रतिशत रही। इस साल अब तक चोरी के 372 मामले दर्ज हो चुके हैं। पिछले साल चोरी की 372 वारदातों में चोरों ने दो करोड़ 18 लाख 96 हजार 500 रुपए का माल उड़ाया,जिसमें से पुलिस 64 प्रतिशत बरामद कर सकी है। शेष माल की बरामदगी नहीं हुई है। इसी प्रकार वर्ष 2018 से 2022 तक बीकानेर जिले में नकबजनी के 817 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें 92 लाख 3 हजार का माल बदमाश ले गए। पुलिस ने 53 लाख 91 हजार 800 का माल बरामद किया है। यानी माल बरामदगी प्रतिशत 65 रहा है। अब पुलिस माल बरामदगी और चोरों को पकड़ने के प्रतिशत को 90 प्रतिशत से ऊपर रखना चाहती है। इसी उद्देश्य से यह मशक्कत की जा रही है।

चोरी रोकने के लिए जिले की स्पेशल टीम
शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) हरीशंकर के नेतृत्व में दो डीवाईएसपी, तीन पुलिस निरीक्षक, पांच एसआई, पांच हेडकांस्टेबल एवं 10 कांस्टेबल, डॉग स्क्वायड एवं एफएसएल टीम के अधिकारी शामिल होंगे। ग्रामीण क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील कुमार के नेतृत्व में हरेक सर्किल का सीओ ऑफिसर, थानाधिकारी, एक एसआई, दो एएसआई, एक हेडकांस्टेबल व पांच कांस्टेबल शामिल किए गए हैं।

इसलिए पड़ी जरूरत

नयाशहर थाना क्षेत्र में छह जुलाई, 22 को शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के भतीजे नरेन्द्र कल्ला के घर हुई लाखों की चोरी का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा।
– नयाशहर थाना क्षेत्र में 24 जुलाई, 2021 को पूगल रोड पर बीएसटीसी स्कूल के पास हेमन्त ओझा के मकान में चोरों ने करीब 90 लाख रुपए की चोरी की। चोर पकड़े गए। माल बरामद नहीं हुआ।

– हींग फैक्ट्री से 118 किलो हींग चोरी हुई, बरामदगी 70 किलो।
– जामसर थाना क्षेत्र के मालासर गांव में जसनाथ महाराज के मंदिर व बाड़ी के महंत के घर चोरों ने 80 लाख रुपए की वारदात को अंजाम दिया। तीन साल बीतने के बावजूद चोरों का आज तक पता नहीं चला।

– पीआर ज्वैलर्स के यहां से 500 ग्राम सोने एवं 20 किलो चांदी के जेवर चोरी हुए। पुलिस महज पांच किलो 325 ग्राम चांदी ही बरामद कर पाई।
– गंगाशहर थाना क्षेत्र के सुजानदेसर में एक ही रात में सात दुकानों व मकानों में हुई चोरी की वारदात में बरामदगी कुछ नहीं।

इनका कहना है…

चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाना जरूरी है। पुलिस चोरों को पकड़ने के बाद माल बरामद करने का प्रयास करती है। थाना व सर्किल स्तर पर पुलिस की गश्त बढ़ाएंगे। थाना क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के साथ-साथ आमजन को जागरूक करेंगे। चोरों को पकड़ने के लिए सीओ सर्किल में एक-एक विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो डीएसटी के साथ मिलकर चोरों की वारदातों को पर्दाफाश करने का काम करेंगी।- तेजस्वनी गौतम, पुलिस अधीक्षक

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