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बीकानेर, इस बार सर्पदंश पीड़ितों की संख्या में भारी उछाल आया है। माना जा रहा है कि भारी बारिश के कारण हर क्षेत्र में गड्ढों से सांप निकल आए हैं और कृषि कार्य करने वाले लोगों को काट रहे हैं।पिछले साल सर्पदंश के 65 मरीज ही पीबीएम अस्पताल पहुंचे थे। इस बार सितंबर के पहले पखवाड़े तक बीकानेर जिले में 244 स्नैक बाइट के शिकार हुए हैं। एक दिन में औसतन पांच सर्पदंश के मरीज सामने आए।

डॉक्टरों के मुताबिक बारिश के मौसम में अक्सर मरीजों की रिपोर्ट आ जाती है। इस बार कुछ ज्यादा ही हो रहा है। चिंता की बात यह है कि कई मरीजों की हालत गंभीर हो रही है। इसका कारण यह है कि समय पर इलाज मिलने के बजाय सफाई पर समय बिताने से हालत और खराब हो जाती है।

इलाज में देरी से यह समस्या और बढ़ जाती है।

पैरों में गैंग्रीन
किडनी पर असर, कई मरीजों को डायलिसिस से गुजरना पड़ता है।
मस्तिष्क रक्तस्राव के रोगी।
साल दर साल सर्पदंश के मरीज
2014 का 397
2015 का 215
2016 का 251
2017 का 264
2018 का 351
2019 204
2020 247
2021 65

सरहद पर एक दिन में चार से पांच मरीज पहुंच रहे हैं। औसतन दो की भर्ती की जानी है। बारिश बहुत होती है। समय पर इलाज मिलने के बजाय हड़बड़ाने वाले मरीजों में परेशानी ज्यादा हो रही है।
डॉ सुरेंद्र वर्मा, कार्यवाहक एचओडी मेडिसिन

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