बीकानेर, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल मंगलवार को पूगल, छत्तरगढ़, महाजन और लूणकरणसर क्षेत्र के सघन दौरे पर रहे। उन्होंने लंपी स्किन रोग के मद्देनजर विभिन्न गौशालाओं का निरीक्षण किया। पशुपालकों के घर पहुंचकर संक्रमण और उपचार की स्थिति जानी। ग्रामीणों के साथ आयोजित बैठकर लंपी से बचाव की सावधानियों के बारे में बताया। अधिकारियों की बैठक लेकर प्रभावी प्रबंधन के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने पूगल में उपखंड अधिकारी कार्यालय में अधिकारियों की बैठक ली और संक्रमण की स्थिति एवं दवाइयों की उपलब्धता के बारे में जाना। उन्होंने कहा संक्रमित पशुओं के क्वारेंटाइन करने पर विशेष ध्यान दिया जाए। हर गौशाला के लिए एक प्रभारी नियुक्त करें तथा इसका नियमित विजिट सुनिश्चित करें। गौशालाओं में रोगग्रस्त बेसहारा गोवंश को आइसोलेट किया जा सके, इसके मद्देनजर आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं तथा इन गौशालाओं के दूरभाष नंबर प्रचारित किए जाएं। उन्होंने प्रत्येक ग्राम पंचायत में सरकारी, ओरण अथवा चरागाह जमीन का चिन्हीकरण करते हुए, यहां अस्थाई आइसोलेशन सेंटर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मृत पशुओं का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जाए तथा हाईवे के किनारे कोई भी मृत पशु नहीं रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
*आधा दर्जन गौशालाओं का किया अवलोकन*
जिला कलेक्टर ने पूगल की श्री महादेव गौशाला, 646 आरडी की श्री हरि गौशाला, श्री कृषि गौसेवा केंद्र, महाजन की गोपाल गौशाला महाजन और खियेरा की श्री वासुदेव गौशाला समिति सहित विभिन्न गौशालाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने इन गौशालाओं में संक्रमण की स्थिति, आइसोलेशन वार्ड, साफ सफाई आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने महाजन में गौपालक सम्मू खान और हनीफ खान के बाड़ों का अवलोकन किया और संक्रमित पशुओं को आइसोलेट करने के लिए अलग व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया।
*पिपेरा में पशुपालकों के साथ किया संवाद*
जिला कलेक्टर ने पिपेरा ग्राम पंचायत परिसर में ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने मृत पशुओं के निस्तारण के लिए पंचायत द्वारा की गई व्यवस्था का निरीक्षण किया और इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि पशुओं के निस्तारण के लिए इसकी वैज्ञानिक विधि को ही अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि जागरूकता से ही इस पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी।
*ग्रामीण ओलंपिक खेलों का देखा पूर्वाभ्यास*
जिला कलेक्टर ने तीनों उपखंड क्षेत्रों में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों की तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तरीय खेलों का भव्य आयोजन किया। उन्होंने टीमों के गठन, खेल मैदानों के चिन्हीकरण, रेफरी और स्कोरर नियुक्ति सहित अन्य बिंदुओं की समीक्षा की और कहा कि प्रत्येक पंचायत में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और इनमें अधिक से अधिक ग्रामीणों की भागीदारी के प्रयास किए जाएं। इस दौरान उन्होंने पूगल के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खरबारा के राजकीय विद्यालय और लूणकरणसर के भीमसेन चौधरी किसान छात्रावास में ओलंपिक खेलों के पूर्वाभ्यास का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने क्रय की गई खेल सामग्री देखी और 28 अगस्त तक नियमित रूप से अभ्यास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की सीबीईओ द्वारा इसका नियमित रिव्यू किया जाए। इस दौरान उपखंड स्तरीय अधिकारी साथ रहे।