बीकानेर, राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल (राज्य सरकार का स्वयं पाठी शिक्षार्थियों का बोर्ड) के माध्यम से माध्ययमिक व उच्च माध्यमिक की पढाई करने वाले छात्रों के इस बार नई व्यवस्था करने से आवेदन नहीं भरें जा रहे है। स्कूल प्रशासन भी एक दूसरी स्कूलों में छात्रों को भटका रहे है । छात्राओं के आवेदन मात्र 30 रुपए शुल्क पर सुगमता से जमा हो रहे है वहीं छात्रों को करीब 2200-2300 रुपए ऑन लॉइन बैंकिंग के माध्यम से जमा करवाने की प्रक्रिया से परेशान होना पड़ रहा है। बिना किसी विलम्ब शुल्क के ओपन स्कूल से आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अगस्त निर्धारित है। पिछले साल की तुलना में इस बार छात्र नई व्यवस्था के कारण बहुत कम आवेदन कर पाएं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष तक विद्यार्थी संबंधित स्कूल में ही निर्धारित शुल्क देकर आवेदन कर सकता था। इस बार शुल्क को गुगल पे या अन्य ऑन लाइन माध्यम से भुगतान करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सर्वाधिक कठिनाई ग्रामीण छात्रों को हो रही है। बीकानेर के सार्दुल, फोर्ट, लेडी एल्गिन, सिटी आदि स्कूलों में ओपन बोर्ड के आवेदन करने की सुविधा है। इन स्कूलों में आवेदन करने के लिए जाने पर स्कूलों का स्टॉफ दूसरी स्कूलों में आवेदन करने का सुझाव देता है। कुछ स्कूल तो ऑन लाइन आवेदन शुल्क की प्रक्रिया के कारण एक भी आवेदन नहीं भरा है।
मेजर पूर्णसिंह फोर्ट उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती उमराव कंवर ने बताया कि नए सिस्टम से छात्रों को परेशानी हो रही है वे आवेदन नहीं कर पा रहे है। ओपन स्कूल के जयपुर स्थित अधिकारियों से इस बात से अवगत करवा दिया है लेकिन सार्थक परिणाम नहीं आए है। सिस्टम के सही नहीं होने से, जन आधार, बैंक पास बुक और ऑन लाइन बैंकिंग से भुगतान करने की प्रक्रिया से छात्रों को कठिनाई हो रही है। पिछले साल की तुलना में इस बार नई प्रक्रिया के कारण कम आवेदन भरे गए है। सार्दुल स्कूल में अब तक सर्वाधिक छात्राओं के आवेदन 30 रुपए शुल्क लेकर भरे गए है। छात्राओं की स्कूल के बावजूद लेडी एल्गिन स्कूल में छात्राओं व छात्रों के आवेदन नगण्य संख्या में भरे गए है। कई स्कूलों में ओपन स्कूल के आवेदन भरने के लिए व्याख्याताओं, शिक्षकों व प्रयोगशाला सहायकों को लगाया हुआ है, वे ओपन स्कूल के विद्यार्थियों के आवेदन करने में रूचि नहीं दिखा रहे है तथा अभिभावकों व विद्यार्थियों को सही जानकारी व जवाब नहीं दे रहे है। ऑन लाइन के सिस्टम की गड़बड़ी बताकर हजारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकों का अभाव- माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर की अंग्रेजी माध्यम से पढाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए विविध विषयों की अंग्रेजी की पुस्तकें भी संदर्भ केन्द्र में नहीं मिलती। पुस्तकों विद्यार्थी ऑन लाइन डाउन लोड कर जैसे तैसे परीक्षा देंते है। राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल (राज्य सरकार का स्वयं पाठी शिक्षार्थियों का बोर्ड) ने अंग्रेजी में भी पुस्तकों का प्रकाशन करवा रखा है लेकिन संदर्भ केन्द्र मंगवाते नहीं है ना ही बोर्ड भेजता है।