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चूरू, निकटवर्ती गांव ख्याली में सेवानिवृत हवलदार 10 पैरा स्पेशल फोर्स एवं भामाशाह विजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा धरोहरों का संरक्षण किया जा रहा है। गांव ख्याली में सुखपाल सिंह शेखावत के पुत्र एवं भामाशाह विजेंद्र सिंह शेखावत ने यहां जर्जर हो चुकी ठाकुर इंद्र सिंह जी की छतरी का जीर्णोद्वार करवाया है। साथ ही गांव के मंदिरों का जीर्णोद्वार भी करवाया है। विजेंद्र सिंह शेखावत अपने दादाजी ठाकुर हरनाथ सिंह सुबेदार मेजर विक्टोरिया क्रॉस शेखावत व अपनी दादीजी अगरा कंवर की स्मृति में एक बाड़े की भूमि और एक कुंड की भूमि खरीदकर शमशान भूमि के लिए दान कर चुके हैं। उन्होंने आमजन के लिए गांव में तीन ट्यूबवेल भी बनवाए हैं। वे केशरोजी महाराज के मेले में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत करते आए हैं। भामाशाह विजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि धरोहरों का संरक्षण बहुत जरूरी है। शेखावत ने कहा कि वे नि:स्वार्थ भाव से सेवा कर रहे हैं। वे अपनी मेहनत की कमाई आर्मी पेंसिल से में से लाखों रुपया जनहित में खर्च कर चुके हैं। अब वे गांव में कुछ और नवाचार करना चाहते हैं। विजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वे शेखावाटी की सीमा पर प्रवेश द्वार का निर्माण करवाएंगे। उल्लेखनीय है कि झुंझुनूं जिले के ख्याली गांव के निवासी विजेंद्र सिंह शेखावत भारतीय सेना में भर्ती होने के बाद अंतरराष्ट्रीय सेना ने शामिल किए गए। विजेंद्र सिंह शेखावत ने श्रीलंका सहित विभिन्न देशों में अपनी सेवाएं दी। सेवानिवृति के बाद शेखावत समाजसेवा में लग गए हैं। साथ ही वे बीकानेर में एक महत्वपूर्ण विभाग में भी सेवा दे रहे हैं। ग्रामीण भी भामाशाह विजेंद्र सिंह शेखावत का अभिनंदन करने के लिए एक समारोह का आयोजन करेंगे। जिसकी तैयारी चल रही है।

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