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जयपुर: जयपुर में कांग्रेस के तीन विधायकों द्वारा नाराजगी जताए जाने के एक दिन बाद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को कहा कि सब कुछ नियंत्रण में है और पार्टी के तीनों उम्मीदवार 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज करेंगे. डोटासरा दो मंत्रियों लाल चंद कटारिया और राजेन्द्र सिंह यादव तथा तीन अन्य विधायकों के साथ आज चार्टर्ड विमान से उदयपुर पहुंचे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आज उदयपुर जाने वाले थे, लेकिन उनका दौरा टल गया है. गौरतलब है कि 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद-फरोख्त) से बचने के लिए राज्य के कांग्रेस और निर्दलीय विधायक वहां एक होटल में ठहरे हुए हैं. डबोक हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत में डोटासरा ने कहा कि सब नियंत्रण में है… हम राज्यसभा की तीनों सीटों पर जीत दर्ज करेंगे. कांग्रेस के तीन उम्मीदवारों (मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी), भाजपा के एक उम्मीदवार (घनश्याम तिवारी) और भाजपा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार (सुभाष चंद्रा) ने चुनाव के लिये नामांकन दाखिल किया है. पार्टी सूत्रों का दावा है कि 13 में से 11 निर्दलीय विधायक और कांग्रेस के कई विधायक उदयपुर की होटल में हैं. वहीं, कांग्रेस में शामिल हुए बसपा के छह विधायकों में से एक विधायक उदयपुर में हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार को तीन विधायकों… सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र गुढा, एससी आयोग के अध्यक्ष और विधायक खिलाडी बैरवा, विधायक गिर्राल सिंह मलिंगा ने जयपुर में यह कहते हुए राज्य नेतृत्व के प्रति नाराजगी जतायी थी कि उनके साथ न्याय नहीं हुआ है. गुढा उन छह विधायकों में से एक हैं जिन्होंने 2018 में विधानसभा चुनाव बसपा उम्मीदवार के रूप में जीता था और 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि छह विधायकों को पार्टी में वह सम्मान नहीं मिला जिसके वो हकदार हैं. उन्होंने कहा कि उदयपुर घूमने के लिये अच्छा शहर है लेकिन बंद (एक होटल में) होने के लिये नहीं. गुढ़ा ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कुछ वादे किए थे लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि राजनीति में जो वादे किए जाएं वह पूरे होने चाहिए. अजय माकन हमारे प्रभारी मंत्री हैं उन्होंने मुझसे कुछ वादे किए थे लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया. उल्लेखनीय है कि बसपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतने वाले छह विधायक राजेन्द्र गुढा, लखन मीणा, दीपचंद खेरिया, संदीप यादव, जोगिंदर अवाना और वाजिब अली सितंबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे. इनमें से सिर्फ जोगिंदर अवाना उदयपुर में कांग्रेस विधायकों के साथ होटल में हैं. वरिष्ठ कांग्रेस विधायक व एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान जब विधायकों को 34 दिनों तक एक जगह रखा गया था तब कहा गया था कि प्रत्येक विधायक को सम्मान मिलेगा और कोई सिर्फ विधायक नहीं रहेगा. उन्होंने सवाल किया,लेकिन डेढ साल के बाद भी किसी ने नहीं पूछा कि तुम कैसे हो? बैरवा ने कहा कि सरकार को बचाने में उन सभी विधायकों की भूमिका थी जो 34 दिन होटल में रूके थे. उन्होंने कहा कि हमारे साथ न्याय नहीं किया गया. किए गए वादे पूरे नहीं किए गए. इस वजह से दर्द होता है. बाडी (धौलपुर) से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मंलिगा, जिन्हें हाल ही में धौलपुर में बिजली विभाग के इंजीनियरों के साथ कथित रूप से मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, ने कहा कि उन्हें सरकार को 2020 में बचाने का इनाम उनके खिलाफ पुलिस मामले के रूप में मिला है. उन्होंने कहा कि मेरी वफादारी का इनाम पुलिस में मामला दर्ज हुआ. प्राथमिकी उस मामले में दर्ज की गयी जिससे मेरा कोई लेना देना नहीं है. कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के पक्ष में कांग्रेस के 108 सहित 126 विधायकों के होने का दावा किया है. तीन सीटों पर जीत के लिये उसे कुल 123 वोटों की जरूरत है.

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