लूणकरणसर में सरसों-चने की फसलें बर्बाद होने के बाद किसान सड़कों पर उतर गए है। खोखराणा, रोझा व सहनीवाला ग्राम पंचायतों के गांवों के किसानों ने बुधवार को लूणकरणसर उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया। जली फसलों को लेकर पहुंच गए है। उपखंड कार्यालय के आगे विरोध प्रदर्शन किया। किसान सरकार से मुआवजा देने की मांग कर रहे है। पटवारियों से फसलों का सर्वे करवाया जाए। इस संबंध में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया। दरअसल, बदलते मौसम की वजह से बीते माह फरवरी में तीन चार दिन चली तेज आंधी व उससे पहले लट पड़ने से रबी की फसलें बर्बाद हो गई। किसानों ने चने की फसलें ज्यादा बोई थी। गेंहू,सरसों की फसलें भी खराब हुई। इस बार चने की फसलों में बहुत ज्यादा खराबा हुआ है। इससे खफा बड़ी संख्या में किसान बुधवार को सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलाने के लिए लूणकरणसर उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया। खराब हुए चने को हाथ में लहराते हुए किसानों ने काफी देर तक उपखंड कार्यालय के आगे विरोध जताया। ग्राम पंचायत खोखराणा, सहनीवाला व रोझा के खिलेरिया, खोखराणा, लालेरा, आलोदा,रोझा,डेलाणा छोटा,डेलाणा बङा,फूलदेसर सिंगास,सहनीवाला, फूलदेसर सहित सीमावर्ती क्षेत्र के अनेक गांवों से आए किसानों ने चने,सरसों की फसल में आंधी से हुए भारी नुकसान पर सर्वे करवाने की अपील की। उपखंड अधिकारी अशोक चौधरी को ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में पूर्व सरपंच रिछपाल कड़वासरा, सोहनलाल गोदारा,राजेश रोझ,सुभाष कङवासरा, कालूराम सियाग,ओमप्रकाश रोझ,सीताराम, रामेश्वर खिलेरी, सीताराम, जगदीश सियाग,बीरबल राम मेघवाल, मामराज मेघवाल, डूंगरराम नायक, गणपतराम मेघवाल, भीयाराम गोदारा,रामलाल रोझ आदि शामिल रहे।
किसान कालूराम सियाग ने बताया कि रोझा सहित आसपास के अनेक गांवों में आंधी से फसलें बहुत खराब हुई है। सबसे ज्यादा नुकसान चने और सरसों की फसल में हुआ है। फसल खराबे की वजह से किसानों को बहुत नुकसान हुआ है। सरकार किसानों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा दे।
किसान कैलाश जाखङ के मुताबिक मौसम परिवर्तन की वजह से फसलों में रोग लग गया है। चने की फसल पूरी तरह से नष्ट होने से किसान भारी संकट में है। हजारों रुपये खर्च कर किसानों ने चने की बुवाई की थी। बिजली, दवाइयां खर्च के लिए किसानों ने कर्जा ले रखा था। फसल खराबे की वजह से किसान बहुत मायूस है। सरकार सही सर्वे व गिरदावरी करवाकर जल्द से जल्द उचित मुआवजा दे।