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बीकानेर,तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2022 (रीट लेवल-1) को लेकर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने अभ्यर्थियों के कट ऑफ मार्क्स जारी कर दिए हैं, लेकिन कट ऑफ मार्क्स के लिए क्वालिफाई करने के बाद भी अभ्यर्थी नियुक्ति को लेकर चिंतित हैं। कारण साफ है कि, प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इस बार दोगुने अभ्यर्थियों के कट ऑफ मार्क्स जारी किए हैं। यानी 15,500 पदों पर 30,733 अभ्यर्थियों को शॉर्ट लिस्ट किया गया है।

डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के बाद फाइनल मेरिट के आधार पर इन 30,733 में से 15,500 उम्मीदवारों की नियुक्ति होगी। ऐसे में सामान्य की फाइनल मेरिट 87% से अधिक जाना तय है। जनरल कैटेगरी में 135 या उससे अधिक अंक वालों की ही नियुक्ति होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि शिक्षा विभाग ने सामान्य वर्ग में महिला व पुरुष के कट ऑफ मार्क्स दोगुने यानि130 रखे हैं।

एक्सपर्ट की मानें तो फाइनल मेरिट में ये 135 या इससे भी ज्यादा हो सकते हैं। दरअसल, दोगुने कैंडिडेट्स होने के कारण 130 से 134 अंक पर ही सबसे ज्यादा उम्मीदवार होंगे। ऐसे में इन्हें नियुक्ति का अवसर नहीं मिल पाएगा। सामान्य वर्ग के पदों पर पहली नियुक्ति मेरिट में सबसे ज्यादा अंक लाने वाले कैंडिडेट को मिलेगी। इसी तरह आगे के पद भरे जाएंगे। ऐसे में अभी तय नहीं है कि नियुक्ति पाने वाले के कटऑफ मार्क्स क्या होंगे?

डॉक्यूमेंट्स पूरे नहीं तो नौकरी से होंगे वंचित
शिक्षा विभाग ने जिलेवार सूची तैयार कर ली है। ये सूची जल्द ही सभी जिलों में पहुंच जाएगी। ऐसे में सभी कैंडिडेट्स को अपने डॉक्यूमेंट चैक करवाने होंगे, जो बताए जा चुके हैं। अगर किसी भी डॉक्यूमेंट में कमी रही तो कैंडिडेट नियुक्ति से वंचित हो जाएगा। ये सूची बनने पर लिस्ट वापस शिक्षा निदेशालय आएगी। यहां से इस लिस्ट को पूरे स्टेट के आधार पर तैयार किया जाएगा। फिर सभी जिलों को मेरिट के आधार पर चयनित कैंडिडेट्स के नाम भेजे जाएंगे। जिले में जिस कैंडिडेट के मार्क्स ज्यादा हैं, उसे प्राथमिकता से पदस्थापन दिया जाएगा। पहला पदस्थापन ग्रामीण एरिया में होना है। बड़ी संख्या में जिले से बाहर भी नियुक्ति मिल सकती है।

हर जिले में पांच टीमें चेक करेंगी दस्तावेज
शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के लिए हर जिले में पांच टीम बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि जल्द से जल्द डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन का काम पूरा हो सके। अगर किसी जिले में कैंडिडेट्स ज्यादा हैं तो छह टीम भी बनाई जा सकती हैं। राजस्थान के कैंडिडेट्स को अपने जिले में ही डॉक्यूमेंट दिखाने होंगे, जबकि राज्य से बाहर के कैंडिडेट्स को बीकानेर आकर अपने डॉक्यूमेंट दिखाने होंगे।

अन्य स्टेट के डॉक्यूमेंट का वैरिफिकेशन संबंधित यूनिवर्सिटी से भी किया जा सकता है। कई बार टीम बनाकर यूनिवर्सिटी में बीकानेर से ही कर्मचारी भेजे जाते हैं, ताकि ये स्पष्ट हो जाए कि डिग्री फर्जी तो नहीं है। इस पूरी प्रक्रिया के बाद ही उम्मीदवारों को नियुक्ति मिलेगी।

दोगुने कट ऑफ मार्क्स जारी करने से नहीं होगी नियुक्तियों में देरी
दरअसल, पूर्व में हुई नियुक्तियों में पदों के आधार पर ही डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन हो रहा है। ऐसे में अयोग्य पाए गए कैंडिडेट्स की जगह दूसरे कैंडिडेट्स को बुलाने में समय लगता था। अब एक साथ ही डॉक्यूमेंट वैरिफाय करके कमी वाले अलग कर दिए जाएंगे। शेष में से उपलब्ध पदों पर नियुक्ति दी जाएगी।

इस बार 48 हजार अधिक अभ्यर्थी, कुल 1.25 लाख आवेदन
रीट लेवल वन के 15,500 पदों पर 1.25 लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। पिछली शिक्षक भर्ती 2018 के मुकाबले स्टूडेंट्स के ऑनलाइन आवेदन की संख्या इस बार 48 हजार अधिक हुई है। वही पिछली बार के मुकाबले इस बार लेवल-वन के पद भी 10,500 कम हैं। नतीजा इस साल कॉम्पिटिशन अधिक बढ़ गया है।

पिछली बार के मुकाबले इस बार लेवल-वन में सामान्य की मेरिट 87% से अधिक जाने की संभावना है। पिछली शिक्षक भर्ती 2018 में लेवल-वन के 26 हजार पदों पर भर्ती के लिए शिक्षा विभाग को 77 हजार आवेदन प्राप्त हुए। इस भर्ती में जनरल की कट ऑफ 74 प्रतिशत के करीब रही।

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