बीकानेर, मिशन अगेंस्ट नारकोटिक सब्सटेंस एब्यूज (मनसा) के तहत डिजिटल संकल्प पत्र अभियान की बुधवार को शुरूआत हुई। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने पहला प्रमाण पत्र जनरेट किया।
जिला कलक्टर ने कहा कि अभियान के तहत जिलेभर में जागरुकता की विभिन्न गतिविधियां आयोजित करवाई जा रही हैं। इसी श्रृंखला में डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए यह पहल की गई है। उन्होंने कहा कि युवाओं में नशाखोरी के विरूद्ध जागरूकता लाने के लिए अधिक से अधिक इस अभियान में अपनी भागीदारी निभाएं। सभी मिलकर नशे के विरुद्ध आवाज उठाएं तथा नशे से संबंधित गतिविधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएं।
जिला कलक्टर ने कहा कि युवाओं में नशाखोरी की बढ़ती प्रवृति बेहद चिंताजनक है। नशाखोरी के कारण नई पीढ़ी का जीवन अंधकारमय हो रहा है तथा परिवारों की आर्थिक स्थिति भी बद से बदतर होती जा रही है। नशे के कारण अनेक युवा असमय काल कलवित हो रहे है, जो कि अत्यंत दुःखदायी है। उन्होंने कहा कि समाज को नशे के दंश से निकालना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इसके लिए संभागीय आयुक्त के निर्देशानुसार जिले भर में अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
इस दौरान सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक सत्येंद्र सिंह राठौड़ ने डिजिटल प्रमाण पत्र जनरेट करने की प्रक्रिया बताई। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, राजेंद्र जोशी मौजूद रहे।
*ऐसे जनरेट करें डिजिटल प्रमाण पत्र*
डिजिटल संकल्प पत्र जनरेट करने के लिए www.zilabikaner.in लिंक पर क्लिक करना होगा तथा नशा मुक्ति की शपथ लेनी होगी। इसके बाद नाम एवं मोबाइल नंबर अपलोड करने के साथ ही जिला कलक्टर का हस्ताक्षरयुक्त डिजिटल प्रमाण पत्र जारी हो जाएगा।