बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा है कि कोविड-19 टीकाकरण से वंचित लोगों को टीकाकरण किया जाना सुनिश्चि हो। सभी ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपनी टीम को सक्रिय करते हुए हाउस टू हाउस कैंपेन चलाकर, प्रथम डोज से वंचित लोगों का टीकाकरण किया जाए। गांव-ढ़ाणी तक पहुंचकर, वंचित लोगों को टीका लगाया जाए।
जिला कलक्टर कलाल बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, ब्लॉक सीएमओ सहित अन्य अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने जिले में कोविड-19 के टीकाकरण की प्रथम डोज व दूसरी डोज से वंचित लोगों के बारे में फीड बैक लिया और दोनों ही डोज लक्ष्य के अनुरूप नहीं लगने के कारणों की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने 15 से 18 साल तक आयु वर्ग वाले बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चे, 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में कोविड-19 की पहली खुराक न लगवाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए और कहा कि उपखण्ड अधिकारी टीकाकरण की मॉनिटरिंग करें।
प्रथम डोज के छूटे हुए लाभार्थियों के कोविड टीकाकारण के लिए कार्ययोजना बनाए- जिला कलक्टर ने कहा कि ग्राम एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र बाइज एएनएन द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु के प्रथम डोज से वंचित व्यक्तियों की संख्या एकत्रित कर व लाईन लिस्ट तैयार कर सूची एएनएम के पास उपलब्ध होनी चाहिए जो कि आशा व आंगनवाडी कार्यकर्ता के सहयोग से तैयार कर नियमित अपडेट की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि चिन्हित कोविड वैक्सीनेशन केन्द्र के ड्यू लाभार्थियों की सूची सम्बन्धित चिकित्सा अधिकारी प्रभारी एएनएम को उपलब्ध करवाकर उस क्षेत्र के सरपंच, वार्डपंच, प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी,पटवारी, बीएलओ, स्थानीय अध्यापक, आशा, आंगनबाडी कार्यकर्ता को उपलब्ध करवाकर समन्वय स्थापित कर टीकाकरण हेतु प्रेरित किया जाए व उनका टीकाकरण करवान में सहयोग लिया जाए।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा- जिला कलक्टर ने जिले में चिरंजीवी योजना की समीक्षा की और योजना के तहत कवर हुए परिवारों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने जिले के चिकित्सालयों में चिरंजीवी योजना के पैकेज के लाभार्थियों के बारे में जाना और निर्देश दिए राज्य सरकार बीमा कम्पनी को फण्ड दे रही है। अतः एनएफएसए के अलावा जिन परिवारों ने 850 रूपये में बीमा नहीं करवाया है, उन्हें चिन्हित कर, उन्हें चिरंजीवी योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा, सहाययिका आदि को घर-घर भेजकर ऐसे लोगों की सूची बनाने पर जोर दिया। आगामी 15 दिनों में यह कार्य हो जाना चाहिए।
जिला कलक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, राजस्व संबंधी कार्यों की भी समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में छोटे गांव कम से कम पांच और बड़े गांव में 10 कार्य मनरेगा में स्वीकृत करते हुए कार्य शुरू किए जाए। उन्होंने मनरेगा कार्यों पर नियुक्त महिला मेट के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिए मनरेगा कार्यों पर 50 प्रतिशत महिला मेट नियुक्त होनी चाहिए। उन्होंने सभी विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांव की 8 वीं पास महिला को चिन्हित करे तथा उन्हे प्रशिक्षण दिलाकर मेट नियुक्त करें। उन्होंने कहा कि कोई भी ग्राम पंचायत शून्य श्रमिक की नहीं होनी चाहिए। सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक कार्यों पर श्रमिक नियोजित हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
वीसी में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेवराम धोजक, मुख्यकार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नित्या के. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल.मीना उपस्थित थे।