
बीकानेर,चूरू,नया बास चूरू निवासी एवं चन्द्र फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले बनी राजस्थानी फीचर फिल्म आपां नै तो बेटी बचाणी है, के साथी कलाकार गजानंद प्रजापत का पिछले दिवस असामयिक निधन हो गया। वे 59 वर्ष के थे। वे अपने पीछे तीन पुत्र अभिमन्यु प्रजापत, जेकी प्रजापत और अनिरुद्ध प्रजापत सहित पौत्र और पौत्री को छोड़कर गए हैं। गजानंद प्रजापत का असामयिक निधन होने से यहां शोक की लहर दौड़ गई। वे बालोतरा गए हुए थे और वहां बाइक पर किसी काम से जा रहे थे कि अचानक हृदय गति रुकने से गिर गए और उनका निधन हो गया। उनका शव चूरु लाया गया और पिछली शाम को यहां अंतिम संस्कार किया गया। उल्लेखनीय है कि उनकी पहली फिल्म आपां नै तो बेटी बचाणी है, ने चूरू, सुजानगढ़ और फतेहपुर के सिनेमाघरों में खूब धूम मचाई थी। चूरू महोत्सव 2025 के दौरान भी 24 फरवरी को पुलिस लाइन के कला मंच में फिल्म आपां नै तो बेटी बचाणी है, को प्रदर्शित किया गया था। गजानंद प्रजापत द्वारा रावता राम के रूप में किए गए अभिनय को खूब सराहना मिली थी। उन्होंने फिल्म में तमाम दवाब के बावजूद बेटी बचाने का कार्य किया था। साथ ही प्रजात ने चन्द्र फिल्म्स प्रोडक्शन की हिन्दी मूवी सेव माय गंगा, में डी एम भट्टाचार्य का शानदार अभिनय किया है। इसके अलावा गजानंद प्रजापत ने राष्ट्रदूत चूरू में भी एक दशक से अधिक समय अपनी सेवा दी थी। वे एक मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे। उनके निधन पर फिल्म निर्माता निर्देशक एवं राष्ट्रदूत संवाददाता राजेन्द्रसिंह शेखावत, राष्ट्रदूत चूरू ब्यूरो चीफ शिव नंदन शर्मा, फिल्म निर्माता राजकुमार नायक दुलरासर, सामाजिक कार्यकर्ता कायम सिंह राठौड़ जसरासर, श्रमजीवी पत्रकार संघ चूरू के जिलाध्यक्ष देश दीपक किरोड़ीवाल, युवक के संपादक राहुल शर्मा, पत्रकार नरेंद्र दीक्षित, फोटो जर्नलिस्ट बजरंग सैनी, एडवोकेट योगेन्द्र सिंह ख्याली, राज कुमार रतननगर आदि ने शोक व्यक्त करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया है।