बीकानेर,हम दूसरों के प्रति भी वही व्यवहार व विचार रखें जो हमें स्वयं को पसंद हों’ यह बात समाजसेवी बृजगोपाल जोशी ने भैंरू कुटिया स्थित सत्यानंद सरस्वती फागी बाई के समाधि स्थल पर मंगलवार को उनके 39वें निर्वाण दिवस पर कही। जोशी ने कहा कि महाराज ने आत्मिक और शाश्वत सुख की प्राप्ति हेतु सत्य,अहिंसा,अपरिग्रह जैसे मूलभूत सिद्धांत भी बताये और इन सिद्धांतों को अपने जीवन में भी उतारा।
साहित्यकार कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि फागी बाई महाराज जीवन पर्यंत सदैव प्रभु के साथ मनुष्य की अराधना को महत्व देती रही, उन्होंने कहा था कि गृहस्थ जीवन में परिवार एवं समाज सदैव सर्वोपरी होने के साथ ही मनुष्य की सेवा जरुरी है।
मेघातिथि जोशी के अनुसार निर्वाण दिवस पर सुबह आरती, उपासना एवं अभिषेक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दूर-दूर से श्रद्धालु भैंरू कुटिया पहुंचे और पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर खूमराज पंवार, शशिशेखर जोशी, देवकीनंद व्यास, गौरीशंकर आचार्य, नटवर जोशी, शशांक शेखर जोशी, पूर्णेन्दु शेखर जोशी सहित अनेक श्रद्वालु उपस्थित थे।