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बीकानेर,अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में  पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय, बीकानेर रेंज द्वारा सेंटर फॉर फ़ैमिलियल फॉरेस्ट्री, सेंटर फॉर कम्युनिटी सोशियोलॉजी, समाजशास्त्र विभाग, राजकीय डूँगर कॉलेज, बीकानेर एवं एनपीयू नेटवर्क के सहयोग से पुलिस पब्लिक पंचायत का आयोजन किया गया। बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ जिलों के 100 कन्या विद्यालयों से 15550 बालिकाओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

इस वर्ष की थीम ‘भविष्य के लिए बेटियों का दृष्टिकोण’ के तहत आयोजित इस पंचायत का मुख्य उद्देश्य बेटियों को उनके अधिकार, शिक्षा, महिला सुरक्षा, और साइबर अपराधों से बचाव के बारे में जागरूक करना था। इस कार्यक्रम में लड़कियों को पारिवारिक वानिकी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और पोषण के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई।

आईजी बीकानेर ओम प्रकाश ने इस अवसर पर कहा, “यह आयोजन बेटियों के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करता है, जहां वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकती हैं। सामुदायिक पुलिसिंग की दिशा में यह एक अनूठा प्रयास है।”

पर्यावरणविद् और यूएन अवार्डी प्रोफेसर श्यामसुंदर ज्याणी ने बताया कि इस अवसर पर ‘पारिवारिक वानिकी: घर-घर सहजन अभियान’ की शुरुआत की गई। इसके तहत 100,000 सहजन (मोरिंगा) के बीज व चुनिंदा स्कूलों में 2500 सहजन के पौधे बालिकाओं को वितरित किए गए। सहजन न केवल पोषण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी सहायक है। बालिकाओं को यह सिखाया गया कि कैसे वे अपने घरों के आस-पास सहजन उगाकर पोषण की कमी को दूर कर सकती हैं और पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकती हैं।

कार्यक्रम के दौरान बीकानेर रेंज पुलिस द्वारा विकसित “पुलिस पब्लिक पंचायत” मोबाइल ऐप की भी जानकारी दी गई। इस ऐप के माध्यम से बालिकाएं गुमनाम रूप से अपनी शिकायतें दर्ज कर सकती हैं, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान बिना किसी डर या संकोच के हो सकेगा।

विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने बालिकाओं को उनके अधिकारों, शिक्षा, साइबर सुरक्षा, और सामाजिक नेतृत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यह कार्यक्रम बालिकाओं के सशक्तिकरण और पुलिस एवं समाज के बीच विश्वास बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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