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बीकानेर के लूणकरनसर में हिरण शिकार पर रोक नहीं लग पा रही है। यहां पुलिस और वन विभाग के बजाय वन्य जीव प्रेमी ही शिकारियों पर कार्रवाई कर रहे हैं। रविवार देर रात भी दो शिकारियों को ग्रामीणों ने ही पकड़ा। वन विभाग के अधिकारी मौके पर आकर भी कार्रवाई से बचते रहे, जबकि पुलिस ने गिरफ्तार करके कार्रवाई शुरू की।

दरअसल, कंवरसेन लिफ्ट कैनाल के पास दुलमेरा में दो शिकारियों ने हिरण का शिकार किया। शिकार के बाद मृत हिरण बोरे में डालकर बाइक पर जा रहे थे। रात 10 बजे के ये शिकारी दुलमेरा पुलिया के पास गांव से स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते पर थे। एक बाइक ने जब फसलों के बीच में से निकलने का प्रयास किया तो वहां पहले से बैठे लालूराम, सोहनराम और लेखराम ने रुकने के लिए कहा। बाइक सवारों ने गाड़ी तेज कर ली। इस दौरान उन्होंने बाइक का पीछा कर रुकवाया तो बाइक सवार दुलमेरा के राजू बावरी और हरियाणा भिवानी निवासी सुरेन्द्र बावरी को जबरन रोका। बोरे की तलाशी ली तो उसमें एक मृत हिरण था। दो युवकों को रोककर तीनों ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। इस दौरान टाइगर फोर्स के महिपालसिंह के अलावा श्रवण मूंड, सतपाल, संजय बिश्नोई और ओम बिश्नोई आदि भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों और वन विभाग के कर्मचारी के बीच कहासुनी हो गई। ग्रामीणों का आरोप था कि वनपाल मौके पर रिपोर्ट बनाने में आनाकानी कर रहा था। रात करीब 11 बजे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शिकारियों को गिरफ्तार कर उसके पास से मृत हिरण, चाकू-छुरी और शिकारी के काम आने वाली टॉर्च को बरामद कर लिया।

उधर, ग्रामीणों ने लूणकरनसर पुलिस से वनपाल का मेडिकल मुआयना करवाने की मांग की। आरोप है कि वनपाल शराब के नशे में था। बाद में पुलिस ने लूणकरनसर ने मेडिकल ऑफिसर को इस संबंध में पत्र भी लिखा। बाद में वनपाल की जांच भी की गई।

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