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बीकानेर,महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में चल रहे भारत-अमेरिका संयुक्त युद्धाभ्यास-2024 में दोनों देशों के सैनिक योगा, व्यायाम और खेल के साथ-साथ सामरिक प्रशिक्षण ले रहे हैं। युद्धाभ्यास में पांच दिनों में बैटल हार्डनिंग, फायरिंग और परिचालन प्रक्रियाओं का अभ्यास किया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के चैप्टर सेवन के तहत दोनों देशों की सैन्य टुकडिय़ों के बीच किए जा रहे युद्धाभ्यास में युद्ध कंडीशनिंग, आतंकवादी विरोधी कार्रवाई के लिए संयुक्त प्रतिक्रिया, संयुक्त योजना और संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास शामिल हैं जो वास्तविक दुनिया के आतंकवाद विरोधी अभियानों का अनुकरण करते हैं। संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान एक-दूसरे के युद्ध कौशल, सामरिक नीति, हथियार प्रणाली और संस्कृति से परिचित होंगे। युद्धाभ्यास का यह संस्करण सैन्य शक्ति और उपकरणों के संदर्भ में संयुक्त अभ्यास के दायरे और जटिलता में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है।

भारत-अमेरिका संयुक्त युद्धाभ्यास के इस 20वें संस्करण में भारतीय सेना की राजपूत रेजीमेंट के एक अफसर ऐसे हैं जो दोनों देशों के बीच हुए पहले युद्धाभ्यास में बतौर सैनिक शामिल रहे थे। वर्तमान में जूनियर कमीशन ऑफिसर नायब सूबेदार महादीप सिंह के अनुसार वे वर्ष, 2004 में मिजोरम में हुए भारत-अमेरिका संयुक्त युद्धाभ्यास के पहले संस्करण में एक सैनिक के रूप में शामिल हुए थे। आज करीब 20 वर्ष बाद उन्हें फिर से इस युद्धाभ्यास में प्लाटून कमांडर के रूप में शामिल होने का अवसर मिला है, जो गौरवपूर्ण है।

इस युद्धाभ्यास के लिए एक सेन्ट्रल वार रूम भी स्थापित किया गया है। जहां भारतीय सेना के अधिकारी इस युद्धाभ्यास की रणनीति तैयार कर दिशा-निर्देश देने का काम कर रहे हैं। युद्धाभ्यास स्थल पर अस्थाई अस्पताल भी स्थापित किया गया है। जहां अत्याधुनिक चिकित्सीय उपकरणों के द्वारा हर प्रकारj की आपात स्थिति से निपटने की तैयारी की गई है। 48 घंटे के सत्यापन अभ्यास के साथ 21 सितंबर को यह युद्धाभ्यास संपन्न होगा।

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