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बीकानेर. करोड़ों की जमीन हड़पने के लिए बीकानेर पुलिस ने बड़ा खेल किया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर में बीकानेर के जेएनवीसी थानाधिकारी अरविन्द भारद्वाज समेत चार जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामला बीकानेर पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा के भाई कमलेश चन्द्रा के शिक्षण संस्थान की सोसायटी से जुड़ा है। थानाधिकारी समेत आरोपियों पर इस सोसायटी में कमलेश चन्द्रा को पूर्ण स्वामित्व दिलाने के लिए दबाव बनाने के आरोप है। जिसके लिए परिवादी से रिश्वत के तौर पर इस कमेटी से हटने की डिमांड की गई है।

पवनपुरी निवासी परिवादी निर्मल कालरा की शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी ने एफआइआर दर्ज की है।
परिवाद के अनुसार निर्मल कामरा ग्लोबल एज्युकेशन वैलफेयर सोसायटी में उपाध्यक्ष है। इस सोसायटी के अध्यक्ष कमलेश चन्द्रा बीकानेर एसपी प्रीति चन्द्रा के भाई है। परिवादी ने अपनी कंपनी छाजेड़ रियल स्टेट प्राइवेट लिमिटेड़ की ओर से श्रीगंगानगर बाइपास पर स्थित १०.६५ बीघा जमीन कमलेश चन्द्रा की स्कूल शाना इंटरनेशनल को दी थी। इसके एमओयू में तय हुआ कि स्कूल चलाने से प्राप्त होने वाली फीस का २२.५० प्रतिशत हिस्सा परिवादी की कंपनी लक्ष्य प्रोफेशनल स्टडीज प्रालि को दिया जाएगा। साथ ही जमीन के बदले में परिवादी को उपाध्यक्ष एवं उसके १३ सदस्य सोसायटी में सदस्य बनाए गए थे। संस्थान की बिल्डिंग बनाने के लिए ९४ लाख रुपए का भुगतान किया गया। आरोप है कि कमलेश ने एमओयू के तहत काम नहीं किया। परिवादी को फीस का तय हिस्सा देना बंद कर दिया। और अध्यक्ष व उपाध्यक्ष में विवाद होने लगा। इसके बाद परिवादी पर सोसायटी के उपाध्यक्ष पद एवं उनके समर्थित सदस्यों का इस्तीफा दिलाने का दबाव डाला।

पांच माह में चार मुकदमे

परिवादी के मुताबिक सोसायटी की ओर से उक्त भूमि व राशि को हड़पने के लिहाज से जेएनवीसी पुलिस निरीक्षक अरविन्द भारद्वाज से मिलीभगत कर परिवादी व उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराने शुरू कर दिए। पिछले पांच महीने में कोटगेट थाने में एक और जेएनवीसी थाने में तीन मुकदमें दर्ज किए गए। ये चारों मामले इस एसपी चन्द्रा के बीकानर में पदस्थान के बाद दर्ज किए गए हैं।

परिवादी हो गया जिला बदर
परिवादी निर्मल कामरा को जेएनवीसी थाने में उसके खिलाफ दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया। इसमें परिवादी की जमानत हो गई। इसके बाद अन्य मामलों में गिरफ्तारी का भय दिखाया गया। कामरा के मुताबिक लिखित में समझौता होने के बावजूद उसकी गिरफ्तारी की गई। उसे हवालात में रखा गया और टॉर्चर किया गया। सोसायटी में कमलेश चन्द्रा अध्यक्ष होने के साथ ही उनकी पत्नी संजना चन्द्रा सचिव है। आरोप है कि इसी वजह से निर्मल कामरा को पुलिस ने प्रताडि़त कर दबाव बनाया।

ई मेल को बनाया आधार

परिवादी कामरा के मुताबिक शिक्षण संस्थान की जमीन की आज बाजार कीमत १० करोड रुपए है। कमलेश चन्द्रा के पिता रामचन्द्र सूंडा ने परिवादी को मेल कर कहा कि ट्रस्ट के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर बीकानेर के थानों में दर्ज मामलों में एफआर लगवा देंगे। मेल के साथ हल्फनामा का ड्राफ्ट भी भेजा गया। एसीबी ने इसी मेल और हल्फनामा को आधार बनाकर प्रारम्भिक जांच को आगे बढ़ाया। इसके बाद अब मामला दर्ज किया गया है।

इनके खिलाफ मामला दर्ज

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर ग्रामीण में जेएनवीसी पुलिस निरीक्षक अरविन्द भारद्वाज, विजय, सुखदेव चायल एवं भूपेन्द्र शर्मा के खिलाफ धारा सात भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम वर्ष २०१८ व ३८४, १२० में दर्ज किया गया है।

इनका कहना है…
निर्मल कामरा के ख़िलाफ़ कई लोगों ने जमीन संबंधी परिवाद दिए। परिवादों की जांच कर उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए जेएनवीसी सीआई अरविन्द भारद्वाज को निर्देशित किया था। निर्मल ने
एसीबी में जो मामला दर्ज कराया है, उसकी निष्पक्ष जांच करें, दोषी के खिलाफ कार्रवाई करें। कमलेश चन्द्रा मेरा भाई है, जिसके साथ निर्मल का पहले से विवाद चल रहा है। मेरे एसपी रहते कोई परिवादी आएगा तो सुनवाई की जाएगी। कोई मुझे डरा-धमका कर गलत काम नहीं करवा सकता।
प्रीतिचन्द्रा, पुलिस अधीक्षक

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