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बीकानेर, दिल्ली की जी.बी.पंथ अस्पताल के प्रोफेसर व देश-विदेश में विख्यात हृदयरोग विशेषज्ञ, ब्रह्माकुमार डाॅ.मोहित दयाल गुप्ता ने सोमवार शाम को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र सार्दुल गंज में बेहतर आध्यामिक जीवन पर विशेष व्याख्यान दिया। डाॅ.गुप्ता सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज के किसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए एक दिवसीय बीकानेर यात्रा पर आएं थे।
उन्होंने कहा कि रात को प्यार से सद्चिंतन व मन के साथ निद्रा ले तथा ब्रह्ममुर्हूत, अमृत वेला में उठें तथा परमात्मा का चिंतन-मनन करें। सुबह के वक्त हर व्यक्ति का दिल, श्रेष्ठ संकल्प के साथ परमात्मा के लिए धड़कना चाहिए। परमात्मा को आत्मिक भाव से प्यार व दया के सागर, मित्र, माता-पिता, सखा व पुत्र यानि किसी भी संबंध से जोड़ कर उनका स्मरण करें। उन्होंने कहा कि सदा ब्रह्मचारी रहें यानि ब्रह्माजी के बताएं आध्यात्मिक उन्नति के मार्ग पर चलें। परमात्मा के चिंतन, मनन में खो जाएं। मन,वचन व कर्म और संकल्प से दूसरों को दुःख व तकलीफ नहीं पहुंचाएं। प्राणी मात्र के लिए सद् चिंतन, सद् मनन, सद् व्यवहार करें। अपने संकल्पों को श्रेष्ठ व शक्तिशाली बनाएं। स्वयं को पहचानें तथा स्वयं व आत्मा को दुःख नहीं दें। हर आत्मा को सुख, शांति देने पर हमें सुकून व परमात्मा का आशीर्वाद मिलेगा। कार्य, व्यवहार व आध्यात्मिक चेतना से सच्चे ब्राह्मण बनें। भोजन को परमात्मा का प्रसाद समझकर, परमात्मा की याद में ग्रहण करें, इससे तन व मन स्वस्थ, पवित्र और सकारात्मक बनेंगा, शारीरिक व मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति होगी।
विश्व विद्यालय की क्षेत्रीय केन्द्र प्रभारी बी.के.कमल ने आयोजन के महत्व को उजागर करते हुए डाॅ. डाॅ.मोहित दयाल गुप्ता का परिचय दिया तथा स्वागत किया। उन्होंने बताया कि डाॅ.गुप्ता विश्व के अनेक देशों तथा भारत के प्रमुख शहरों में हृदय कि चिकित्सा के साथ आध्यात्मिक उपदेश की सेवा की है। समारोह में गणमान्य नागरिक, चिकित्सक, शिक्षा विद, एडवोकेट मौजूद थे।

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