बीकानेर,प्रज्ञालय संस्थान और राजस्थानी युवा लेखक संघ द्वारा साहित्यक एवं सृजनात्मक आयोजनों बाबत चार दशकों की लंबी परंपरा रही है। जिसमें हमेशा नवाचार होते रहे है। इसी कड़ी में अब नगर की समृद्ध काव्य परंपरा को नव आयाम देने के संदर्भ में काव्य विधा पर केन्द्रित मासिक श्रृंखला *‘काव्य रंगत-शब्द संगत’* का आयोजन गत माह से प्रारंभ किया गया है।
कार्यक्रम के संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार, केन्द्रिय साहित्य अकादेमी नई दिल्ली के मुख्य पुरस्कार एवं अनुवाद पुरस्कार से समादृत एवं राजस्थानी मान्यता आंदोलन के प्रवर्तक कमल रंगा ने बताया कि भाषायी भाईचारे एवं समन्वय के साथ नगर की हिन्दी, उर्दू और राजस्थानी काव्य धारा को नए आयाम एवं नव ऊंचाईयां प्राप्त हो, इसी सकारात्मक नव पहल के तहत 28 जून 2024 शुक्रवार से उक्त प्रयोजन हेतु आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम के प्रभारी युवा कवि गिरिराज पारीक ने बताया कि इस माह का आयोजन आगामी *28 जून 2024 वार शुक्रवार को सांय 6ः15 बजे नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में रखा गया है। इस दूसरे आयोजन में आभौ, आसमान, आकाश को केन्द्र में लेकर रखा गया है। इसी को लेकर कवि शायर अपनी नव रचना का वाचन करेंगे।*
संस्था के राजेश रंगा एवं हरिनारायण आचार्य ने बताया कि कविता विधा पर आधारित इस नव पहल के नव कार्यक्रम जिसके तहत इस बार पूरे वर्ष भर प्रकृति पर केन्द्रित प्रकृति के विभिन्न आयामों को लेकर हिन्दी, उर्दू और राजस्थानी भाषा में प्रति माह नई कविता के साथ कवि-शायर वाचन करेंगे।