बीकानेर,आज सातवें चरण के मतदान के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 की मतदान प्रक्रिया संपन्न हो गई। शाम छह बजे तक मतदान हुआ। उसके बाद शाम करीब साढ़े छह बजे से एग्जिट पोल जारी होने शुरू हो गए। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। नतीजों से पहले आज शाम को अलग-अलग मीडिया चैनलों और सर्वे एजेंसियों की तरफ से एग्जिट पोल जारी किए। देश में किस पार्टी की सरकार बन सकती है? किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं? इसके लिए किस पोल में क्या अनुमान लगाए गए? विस्तार से जानिए…
लोकसभा चुनाव खत्म होते ही एग्जिट पोल आने शुरु हो गए है। स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स ने चुनाव के दौरान करीब 20 लाख से अधिक लोगों के राय से एक सर्वे किया है। इस सर्वे में हर लोकसभा से कम से कम 3000 लोगों से उनके मत के बारे में जानने की कोशिश की गई है। एग्जिट पोल के नतीजों पर गौर करें तो बीजेपी ने 2019 की तुलना में अपने वोट शेयर और सीटों की संख्या में इजाफा किया है। इतना ही नहीं, अगर एग्जिट पोल के परिणाम फाइनल नतीजे में बदलते हैं तो एनडीए इस चुनाव में पीएम मोदी के द्वारा दिए गए नारे ‘अबकी बार 400 पार’ के लक्ष्य को हासिल करता दिख रहा है। वहीं, कांग्रेस को लगातार तीसरी बार झटका लग सकता है।
NDA को मिल सकता है करीब 50 प्रतिशत वोटस्कूल ऑफ पॉलिटिक्स द्वारा किए गए एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए के खाते में 49.3 प्रतिशत मत मिल रहा है। वहीं, कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन 38.4 प्रतिशत मतों के साथ दूसरे नंबर है। अन्य के खाते में 12.3 प्रतिशत वोट जा रहा है।
इतिहास रचने जा रहे प्रधानमंत्री मोदीस्कूल ऑफ पॉलिटिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बार फिर से प्रधानमंत्री मोदी अपनी पार्टी और गठबंधन को चुनाव जीताते हुए नजर आ रहे हैं। अगर संख्या बल की बात करें तो एनडीए के खाते में 367-403 सीटें जाती दिख रही हैं। वहीं, इंडिया गठबंधन को 129-161 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। अन्य के खाते में महज 7-18 सीटें जा रही हैं। एग्जिट पोल के पूर्वानुमान के मुताबिक, बीजेपी को अकेले 318-342 सीटें जाती दिख रही हैं। कांग्रेस को 53-66 सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है। वहीं, पश्चिम बंगाल में अपने दम पर चुनाव लड़ रही टीएमसी को 19-23 सीटें मिल रही हैं। डीएमके का भी कुछ ऐसा ही हाल है। उसे 18-22 सीटें मिलने की संभावना है। टीडीपी के हिस्से 13-16 सीटें जाती दिख रही हैं।
यूपी में बीजेपी दिल्ली में आप को झटका,
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में एनडीए के खाते में 58-66 सीटें जा रही हैं। यहां इंडिया को सिर्फ 14-22 सीटों पर ही जीत मिलती हुई दिखाई दे रही है। वहीं, लाख कोशिश करने के बावजूद भी दिल्ली की सभी सात सीटों पर INDIA गठबंधन को झटका लगा है। और बीजेपी लगातार तीसरी बार सूबे में क्लिन स्विप कर रही है। वहीं, राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा में बीजेपी को 8-9 सीटें मिल सकती हैं। यहां इंडिया गठबंधन को सिर्फ 1-2 सीटें मिलने की संभावना है।
बिहार-बंगाल में BJP का जलवावहीं, पश्चिम बंगाल में बीजेपी को इस बार काफी उम्मीदें हैं। हालांकि उसे बंगाल में 19-23 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, टीएमसी का भी यहां ऐसा ही हाल है। बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन 2019 का प्रदर्शन दोहराता दिख रहा है। उसके हिस्से में 37-39 सीटें जाती दिख रही हैं। वहीं, राजद की अगुवाई में इंडिया गठबंधन को यहां 0-3 सीटों से ही संतोष करना पड़ सकता है। अन्य के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं।
महाराष्ट्र-गुजरात में भी भाजपा का कमालमहाराष्ट्र में एनडीए 31-35 सीटें जीतती नजर आ रही है। यहां इंडिया गठबंधन को 12-16 सीटें पर ही संतोष करना पड़ सकता है। गुजरात में बीजेपी 2019 की तरफ फिर कमाल करती नजर आ रही है। 26 की 26 सीटों पर जीत का अनुमान है। राजस्थान की बात करें तो यहां बीजेपी के खाते में 23-25 सीटें जाती दिख रही हैं। छत्तीसगढ़ में 10-11 बीजेपी के खाते में जाने की संभावना है। मध्य प्रदेश में भाजपा को 28-29 सीटें मिल सकती हैं। यहां इंडिया गठबंधन यानी कांग्रेस को 0-1 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है।
इन राज्यों से विपक्ष पूरी तरह साफसर्वे के मुताबिक, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, दादर एंड नगर हवेली, अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी पूरी तरह से क्लीन स्वीर करती नजर आ रही है। बता दें कि इन 11 राज्यों में कुल लोकसभा की 118 सीटें है।
इन राज्यों में बीजेपी को लगेगा मामूली झटकाSOP के एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीए उत्तर भारतीय राज्यों में भी बड़ी संख्या में सीटें जीतती नजर आ रही है। आंकड़े संकेत दे रहे हैं कि भाजपा का केरल में डेब्यू हो सकता है। जबकि, पार्टी तमिलनाडु में 0 से 2 सीटें जीत सकती है। वहीं, झारखंड, ओडिशा और राजस्थान ऐसे राज्य हैं, जहां एनडीए को महज एक ही सीट का नुकसान हो सकता है। इन तीनों राज्यों को मिलाकर एनडीए के खाते में 60 में से 57 सीटें आ सकती हैं।