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बीकानेर,पाश्चात्य संकृति के आगे भारत की पारंपरिक व लोक संकृति धीरे धीरे समापन की ओर जा रही है यदि इसे बचाने हेतु विभिन्न माध्यमों से जागृति नही लाई गई तो हमारे पारम्परिक पहनावा , बोली व संकृति समाप्त हो जाएगी , आज क्षत्रिय सभा व रजवाड़ी साफा द्वारा स्थानीय बीदासर हाउस में आयोजित आठ दिवसीय साफ व धोती प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पय मुख्य अतिथि के रूप में देवीसिहं भाटी ने व्यक्त किये ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में क्षत्रिय सभा के अध्यक्ष करण प्रताप सिंह सिसोदिया ने सभी उपस्थित जन समूह का स्वागत करते हुए इस प्रकार के प्रशिक्षण करवाने पर जोर दिया । क्षत्रिय सभा के संरक्षक बजरंग सिहं रॉयल ने सभी प्रशिक्षकों को व शिविरारार्थियो को शुभकामनाये देते हुए विश्वास दिलाया कि सभा समय समय पर इस प्रकार के उच्च स्तरीय प्रशिक्षण शिविर लगती रहेगी ।
इस शिविर के मुख्य प्रशिक्षक रजवाड़ी साफा के प्रबंध निदेशक संदीपसिहं राठौड़ ने उपस्थित लोगों के सामने प्रशिक्षण के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देते हुए प्राशिक्षण के दौरान खट्टे मीठे अनुभवों को साझा किया । इस अवसर पर शिविर संयोजक व क्षत्रिय सभा के प्रवक्ता प्रदीपसिहं चौहान ने बताया कि इस शिविर में 130 लोगों ने पंजीकरण करवाया था ,यह शिविर सर्व समाज के लिये बिल्कुल निशुल्क रखा गया था , इस शिविर में सात वर्ष सर लेकर 71 वर्ष तक के प्रतिभागियों भाग लिया जिसमे युवा , युवतियां व प्रौढ़ सभी ने प्रशिक्षण प्राप्त किया , इस शिविर तीन – तीन प्रतिभागियों को उत्कृष्ट प्रतिभागी के रूप में समान्नित भी किया गया । जिसमे साफा में शौर्यप्रताप सिहं कछावा , पृथ्वीसिंह पँवार, व सुश्री जागृति भोजक व धोती में थी l

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