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बीकानेर। महज बीस दिन पहले पुलिस और प्रशासन को पत्र देकर खुद की सुरक्षा की गुहार करने वाले एक युवक की किसी ने नहीं सुनी तो उसने सुसाइड कर लिया। दलित की कटिंग नहीं करने के मामले में गवाही देने से कुछ लोग उससे नाराज थे। लगातार परेशान कर रहे थे। सुसाइड के बाद मृतक की पत्नी ने पति के ताऊ और उसके बेटे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक के परिजनों ने मोर्चरी से शव उठाने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद से पुलिस प्रशासन हरकत में है।
सेरुणा थानाधिकारी रामचंद्र ढाका ने बताया कि श्रवण कुमार नायक ने जोधासर गांव में अपने ससुराल में सुसाइड कर लिया। उसकी पत्नी प्रियंका ने थाने में स्नढ्ढक्र करवाई है कि उसके पति के ताऊ और भाई ने कुछ लोगों के साथ मिलकर सुसाइड के लिए उकसाया है। आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने पर नामजद स्नढ्ढक्र करवाई गई है। उधर, श्रवण कुमार का शव बीकानेर के मोर्चरी में रखा गया। जहां से शव लेने से परिजनों ने इनकार कर दिया। परिजनों की मांग है कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। अगर गिरफ्तार नहीं किया गया तो शव नहीं लेंगे।
मृतक ने की थी शिकायत
श्रवण कुमार नायक ने बीस दिन पहले ही पुलिस को एक पत्र देकर सुरक्षा की मांग की थी। उसने बीकानेर रेंज के आईजी को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि भंवरलाल जाट, लूणाराम, गंगाराम सहित कुछ लोग उसे परेशान कर रहे हैं। दरअसल, गांव में दलित की कटिंग नहीं करने देने पर दर्ज एक मामले में श्रवण कुमार स्वयं गवाह था। इसी कारण उसे परेशान किया जा रहा था। खुद श्रवण कुमार ने पुलिस से कहा था कि उसे इतना परेशान किया जा रहा है कि मरने के अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं होगा। इसी पत्र में श्रीडूंगरगढ़ व सेरुणा पुलिस पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था।

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