
बीकानेर,मुख्य सचिव सुधांश पंत ने गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई में अधिकारियों से मुखातिब होते हुए कहा कि आप बहुत महत्वपूर्ण पदों पर हो सकते हैं लेकिन पद को दिमाग में घुसने मत दीजिए। पद वगैरह सब चीजें अस्थाई है। पद आज है कल नहीं रहेगा। लिहाजा यथासंभव खुद को विनम्र रखिए।
मुख्य सचिव पंत ने कहा कि कई बार शिकायत आती है कि अधिकारी बदतमीजी से पेश आते हैं। सुनते नहीं है। सम्मान नहीं करते। ऐसा नहीं होना चाहिए, इसको बहुत सीरियसली लिया जाएगा। अधिकारी अपना व्यवहार जनता के साथ, ऑफिस स्टाफ के साथ अच्छा रखें। कहीं दुर्व्यवहार, बदतमीजी और टीका-टिप्पणी ना हो। आप सरकार के प्रतिनिधि हैं ऐसी चीजें कहीं नहीं होनी चाहिए।
दिमाग बिगड़ सकता है कि हम बड़े हो गए हैं, लेकिन ब्रह्मांड को जिसने बनाया है उसके आगे हम कुछ नहीं
मुख्य सचिव ने कहा कि कई बार दिमाग बिगड़ सकता है। हम सोच लें कि हम तो बहुत बड़े अधिकारी हो गए हैं। हकीकत ये है कि इस ब्रह्मांड को जिसने बनाया है, उसके आगे हम कुछ नहीं है। एक क्षण में हम गायब हो सकते हैं। हम सब जॉब कर रहे हैं। लाखों करोड़ों लोगों में आपको सरकारी सेवा का मौका मिला है खुद को सौभाग्यशाली समझते हुए पूरी मेहनत, ईमानदारी से कार्य करें और राज्य हित, जनहित और देश हित में फैसले लें। गलत करना आसान है लेकिन हजारों साल का इतिहास उठाकर देख लीजिए, गलत का अंत कभी भी सुखद नहीं रहा। सही मार्ग पर डटे रहना थोड़ा कठिन है लेकिन अंतत वहीं एक मार्ग है जो आपको शांति और संतुष्टि देगा।
पहले अच्छा इंसान बनिए,अच्छा इंसान बनेंगे तो अच्छे अफसर भी बन जाएंगे
मुख्य सचिव पंत ने कहा कि अच्छे अधिकारी तो आप बाद में बनेंगे, पहले अच्छा इंसान बनने का प्रयास कीजिए। अच्छे इंसान बनेंगे तो अच्छे अफसर भी बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम में से कोई भी परफेक्ट नहीं है सब में खामियां है लेकिन समय समय पर अपने अनुभव से कमियों को पहचान कर दूर करने का प्रयास करें तो अच्छे इंसान बन जाएंगे।
महिला अधिकारियों, कार्मिकों के प्रति टीका टिप्पणी को बहुत सीरियसली लिया जाएगा
मुख्य सचिव पंत ने कहा कि राज्य में सरकारी विभागों में धीरे धीरे महिला अधिकारियों और कार्मिकों की संख्या बढ़ रही है। उनके प्रति पूर्ण सम्मान और इज्जत होनी चाहिए। किसी भी स्तर पर अगर यह देखा जाता है कि महिला अधिकारियों या कार्मिक के प्रति कोई अधिकारी या कार्मिक व्यवहार ठीक नहीं रखते हैं या अमर्यादित टीका टिप्पणी करते हैं तो उसे बहुत सीरियसली लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में राज्य सरकार के एक बहुत सीनियर लेवल के अधिकारी समेत कईयों को सर्विस से डिसमिस किया जा चुका है।
अच्छे कार्यों के प्रचार के लिए मीडिया और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें
पंत ने कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यों, योजनाओं, सरकार और जिले की उपलब्धियों को हर स्तर पर मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए हाईलाइट करें। हमें अपनी खुद की पब्लिसिटी नहीं करनी है। हमें अपने कार्यों की पब्लिसिटी करनी है। सफलता की कहानियों के जरिए आमजन तक पहुंचाना है।
स्वयं की फिजिकल और मेंटल हेल्थ अच्छी रखिए
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि अधिकारी और कर्मचारी अच्छा काम करना चाहते हैं तो स्वयं की फिजिकल और मेंटल हेल्थ अच्छी रखिए। रोज प्रतिदिन आधा घंटा, एक घंटा या अपने सामर्थ्य के अनुसार फिजिकल, मेंटल हेल्थ पर वर्क करें। जो बहुत महत्वपूर्ण हैं अगर आप स्वस्थ और स्टेबल रहेंगे तो ही अच्छा परफॉर्म कर पाएंगे।
संपर्क पोर्टल पर आई परिवेदनाओं का 15 दिन के अंदर करें निस्तारण
इससे पूर्व जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कलेक्ट्रेट सभागार में जनसुनवाई की। जनसुनवाई में कुल 117 परिवेदनाएं आईं, जिनमें से अधिकांश का जिला कलेक्टर ने मौके पर निस्तारण किया। 04 परिवेदनाओं को विजिलेंस में शामिल किया गया। जिला कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि संपर्क पोर्टल पर परिवेदनाओं के निस्तारण का समय 15 दिन से ऊपर ना हो। विदित है कि अभी बीकानेर में परिवेदनाओं के निस्तारण का औसत समय 17 दिन है। 3 महीने से ज्यादा समय से लंबित प्रकरणों की संख्या पिछले महीने 50 थी। जो अब घटकर 22 हो गई हैं।
जनसुनवाई में बीडीए कमिश्नर अपर्णा गुप्ता,नगर निगम कमिश्नर मयंक मनीष, बीडीए कमिश्नर अपर्णा गुप्ता, सीईओ जिला परिषद सोहनलाल, आईएएस सुश्री स्वाति शर्मा, आईएएस सुश्री महिमा कसाना, एडीएम प्रशासन रामावतार कुमावत समेत सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीसी के जरिए उपस्थित रहे।