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बीकानेर,चीन में पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 महामारी (China Covid-19 Infections) की लहर देखने को मिल रही है। छोटे से लेकर बड़े शहर तक संक्रमण से प्रभावित हैं।

चीन में एक दिन में तीन करोड़ 70 लाख कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद शी जिनपिंग सरकार ने आधिकारिक आंकड़ों को जारी करने पर रोक लगा दी गई। चीन में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत के आंकड़े भी तेजी से बढ़ गये हैं। हर दिन 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौते हो रही हैं। हाल यह है कि, मरीजों को अस्पतालों के गलियारों और जमीन पर लिटा कर इलाज किया जा रहा है क्योंकि बिस्तरों की भारी कमी है। इसी तरह सड़कों पर भारी संख्या में लाशों को लिए लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। ऐसे में अब शी जिनपिंग चीन की तरह पूरी दुनिया  में भी तबाही मचाना चाहते हैं। तमाम कोशिशों के बाद जब शी जिनपिंग कोरोना को रोक नहीं पाये तो अब वे पूरी दुनिया में नये वेरिएंट का संक्रमण फैलाने जा रहे हैं। क्योंकि, उन्होंने जो फैसला लिया है उससे पूरी दुनिया में एक बार फिर से कोरोना की भारी तबाही देखने को मिलने वाली है। इसलिए अब विश्व को चीन से ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है।

पूरी दुनिया में महासंक्रमण फैलाने जा रहे शी जिनपिंग
चीन में फैले हुए महासंक्रमण के बीच शी जिनपिंग पूरी दुनिया को खतरे में डालने जा रहे हैं। चीन ने तीन साल से चल रही जीरो कोविड पॉलिसी को पूरी तरह खत्म करने का फैसला किया है। जनवरी आते-आते यह पॉलिसी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही चीन के बॉर्डर पूरी तरह खोल दिए जाएंगें और लोगों को देश से बाहर जाने दिया जाएगा। चीनी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि 8 जनवरी से चीन में आने वालों को टेस्टिंग और क्वारंटीन की जरूरत नहीं होगी।

जीरो कोविड पॉलिसी में ढील के बाद जिनपिंग का ये फैसला
शी जिनपिंग ने ये नियम ऐसे समय बदल रहे हैं जब चीन में जीरो कोविड पॉलिसी में ढील के बाद ही बड़े पैमाने पर कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिला। चीन में नियमों में ढील के बाद कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट के मामलों में अचानक तेजी देखने को मिली है। लेकिन चीन ऐसी ढील क्यों दे रहा है। चीन के अधिकारियों का तर्क है कि कोरोना का ओमिक्रोन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट जितना घातक नहीं है। क्वारंटीन न करने के फैसले का चीन में मौजूद विदेशी कंपनियों ने स्वागत किया है। चीन ने जीरो कोविड नीति को खत्म करने का फैसला एक ऐसे समय पर किया है जब 22 जनवरी को चीन में वार्षिक वसंत महोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान लाखों चीनी यात्री देश और विदेश में यात्रा करेंगे। चीन के फैसले से दुनिया के बाकी देश अलर्ट पर हैं। जापान ने कहा है कि चीन से आने वाले सभी लोगों की अनिवार्य टेस्टिंग होगी।

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