
बीकानेर,गणिवर्य श्री मेहुल प्रभ सागर म.सा., मंथन प्रभ सागर, बाल मुनि मीत प्रभ सागर, साध्वी दीपमाला श्रीजी व शंख निधि के सान्निध्य बुधवार से आठ दिवसीय पर्वाधिराज पर्युषण की आराधना शुरू होगी।
सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट, अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर इकाई की ओर से सकल श्रीसंघ के सहयोग से आयोजित चातुर्मास में श्रावक श्राविकाओं के सामयिक प्रतिक्रमण, विभिन्न तपस्याओं सफलता, धर्म-ध्यान, जिनालय दर्शन, वंदन व पूजन के लिए विशेष व्यवस्था की है। अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद के अध्यक्ष अनिल सुराणा ने बताया मंगलवार को चौविहार (बिना अन्न जल ) के 54 दिन की तपस्या पूर्ण करने वाले कन्हैयालाल भुगड़ी तथा अक्षय निधि तप के तपस्वियों तथा चातुर्मास के दौरान महावीर भवन में बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था के 45 दिन पूर्ण करने, श्री किशन लालजी, श्रीमती सौभाग्यवती देवी कोठारी परिवार की तथा व विभिन्न तपस्याओं के पारणे का लाभ लेने वाले गुरु भक्त मंडल की सेवाओं की अनुमोदना की गई।
प्रवचन- गणिवर्य मेहुल प्रभ सागरजी म.सा. ने मंगलवार को नियमित प्रवचन में कहा कि पर्युषण आत्मशुद्धि का पर्व है, हमें पर्युषण के 8 दिनों में साधना, आराधना, त्याग, तपश्चर्या से जुड़ना चाहिए। प्रतिक्रमण, सामायिक, पौषध आदि धर्म-ध्यान की क्रियाएं करते हुए जीवन को परम शुद्ध बनाने का प्रयास व पुरुषार्थ करना है। पर्युषण क्षमापना का महापर्व है, भीतर में जो कषायों यथा काम,क्रोध, लोभ व मोह आदि का कचरा है उसको हटाकर, हमें देह व आत्मा को परम पवित्र बनाने का सार्थक प्रयास करना है।
मां की बारखड़ी- म यानी मनुष्य भव सर्वश्रेष्ठ है। परमात्म भक्ति, साधना आराधना, धर्म की क्रिया आराधना हम मनुष्य भव में ही कर सकते है। सुख-दुख का आधार मन है। मन की इच्छा अनुसार हुआ तो हम सुखी, अन्यथा दुखी। मन को वश में करने का प्रयत्न करना चाहिए। हमारा सबसे बड़ा शत्रु मान, घमंड व ईगो हमारी आत्म प्रगति में बाधक है। आत्म साधना में प्रवेश किए साधक के लिए बाधक है। लोभ को पूरा करने के लिए हम माया का उपयोग करते है। मिथ्यात्व में जीने कारण संसार परिभ्रमण हो रहा है। संसार में सुख नहीं है, फिर भी सुख मानना मिथ्यात्व है । मिथ्यात्व के कारण सम्यक्त्व, आत्म परमात्म प्राप्ति की यात्रा प्रारंभ नहीं होगी।
तपागच्छ पौषध शाला में प्रवचन-अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर इकाई के सचिव विक्रम भुगड़ी ने बताया कि बीकानेर की साध्वी दीपमाला श्रीजी व शंखनिधिश्रीजी पर्युषण के दौरान नियमित सुबह रांगड़ी चौक की तपागच्छीय पौषधशाला में प्रवचन करेंगी तथा पर्युषण पर्व की साधना करवाएंगी।
गाजे बाजे से गणिवर्य आएंगे-अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर इकाई उपाध्यक्ष कमल सेठिया ने बताया कि पर्युषण पर्व के दौरान डागा, सेठिया, पारख मोहल्ले से ढढ्ढा कोटड़ी, प्रवचन स्थल तक गणिवर्य व मुनिवृंद को गाजे बाजे से लाया जाएगा।
घर-घर प्रभु दर्शन व नवांगी पूजा- अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर इकाई के कोषाध्यक्ष अनिल पारख ने बताया कि संगठन के प्रचार प्रसार मंत्री धवल नाहटा व प्रतीक नाहटा के नेतृत्व में पर्युषण महापर्व के दौरान 20 से 27 अगस्त तक लाचार, बीमार व वृद्ध श्रावक-श्राविकाओं के घर जाकर प्रभु दर्शन व नवांगी पूजा का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत मणि प्रभ सूरी के शुभ आशीर्वाद एवं प्रवर्तनी, सज्जनमणि शशि प्रभा की प्रेरणा से खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर शाखा जो 2019 में शुरू की वह निरन्तर चल रही है। इसके तहत सुबह साढ़े ग्यारह से साढ़े बारह बजे तक परिवार के सदस्य बुर्जुग श्रावक-श्राविकाओं को पूजा के वस्त्र में तैयार रखना होगा तथा पहले सूचना देनी होगी। मंगलवार को गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर म.सा. ने बुर्जुग जेठमल पारख के निवास पर जाकर मंगल पाठ सुनाया।