बीकानेर,ऋग्वेदी ब्राह्मण गायत्री मंदिर परिसर में संचालित ऋग्वेदीय राका वेद पाठशाला मैं आज शंकराचार्य जयंती पर पूज्यपाद आद्यजगद्गुरु शंकराचार्य जी की मूर्ति पर रुद्राभिषेक शाला के संस्थापक पंडित बंसी लाल जी शर्मा के सानिध्य में शाला के विद्यार्थियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया तथा शंकराचार्य द्वारा विरचित चर्पट पंजिका स्त्रोत्र का सामूहिक पाठ की गया |
आरती के पश्चात शाला परिसर में धर्मसभा का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में हिंदू जागरण मंच के संयोजक जेठानंद जी व्यास व अतिथि के रूप में रामदयाल जी चौधरी कार्यक्रम अध्यक्षता पंडित बंसी लाल जी शर्मा ने की शाला प्राचार्य शास्त्री पंडित गायत्री प्रसाद शर्मा में जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज के जीवन में प्रकाश डालते हुए बताया की यदि पूज्य पाद शंकराचार्य नहीं होते तो सनातन धर्म लोप हो जाता सनातन की रक्षार्थ धरा धाम पर स्वयं भगवान शंकर शंकराचार्य के रूप में आज ही के दिन अवतरित हुए उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेते हुए अपने जीवन में सनातन धर्म की रक्षा पुरुषार्थ करते रहना चाहिए ।मुख्य अतिथि श्री जेठानंद जी व्यास में कहा की सनातन धर्म की आत्मा ब्राह्मण में बसती है ब्राह्मणों को सही दिशा सही मार्गदर्शन समाज का करना परम आवश्यक है वर्तमान में जो समाज मैं विकृति आ रही है उसका दोष और कोई नहीं स्वयं ब्राह्मण ही है त्रिकाल संध्या गायत्री के तेज से ब्राह्मणत्व की सिद्धि पर कर पुनः भारत को विश्व गुरु के पद पर बैठाने का दायित्व आज के युवा ब्राह्मणों का है यह गर्व की बात है कि बीकानेर छोटी काशी में ऋग्वेदीय राका वेद पाठशाला जैसे संस्थान सनातन धर्म की रक्षा निरंतर प्रयत्नशील है ऐसे संस्थाओं को समाज को तन मन धन से सहयोग करना चाहिए।व.अतिथि श्री रामदयाल जी चौधरी ने शंकराचार्य जी की आरती व स्तुति की।
कार्यक्रम के पाठशाला के पंकज पांडे अभिषेक शर्मा मोहित पंचारिया गणेशाराम मनोज शर्मा सुशील शर्मा विक्रम शर्मा ओम प्रकाश गहलोत, नारायण शर्मा आदि विद्यार्थियों ने चर्पटपञ्चिका स्त्रोत्र का पाठ किया कार्यक्रम का संचालन शालाके उप प्राचार्य शास्त्री पंडित यज्ञप्रसाद शर्मा ने किया।