
बीकानेर,विश्व ओआरएस सप्ताह (World ORS Week) 25 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, बीकानेर के शिशु रोग विभाग एवं बीकानेर पीडियाट्रिक सोसाइटी, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में उत्साहपूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम का आयोजन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. जी.एस. तंवर के मार्गदर्शन में किया गया। आयोजन के संयोजक एवं समन्वयक विभाग के सहायक आचार्य डॉ. अनुभव चौधरी रहे, जिनकी सक्रिय देखरेख में विभिन्न जनजागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
सप्ताह के पहले दिन, दिनांक 25 जुलाई 2025 को, शिशु रोग विभाग के बाहय कक्ष के सामने एक जागरूकता शिविर लगाया गया, जिसमे विभाग के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ कुलदीप सिंह बीठू द्वारा आमजन को ओआरएस के महत्व को सरल भाषा में समझाया गया। इस शिविर में विभाग के अन्य डॉक्टरों, रेजिडेंट्स एवं नर्सिंग स्टाफ ने भाग लिया और आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को ओआरएस का सही उपयोग समझाया।
26 जुलाई को विभाग के सहायक आचार्य डॉ. संजीव चाहर ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, उदासर (बीकानेर) में जाकर विद्यार्थियों को ओ.आर.एस. के महत्व के बारे में जागरूक किया तथा नि:शुल्क ओ.आर.एस. पैकेट वितरित किए।
27 जुलाई को सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें विभाग के प्रोफेसर डॉ मुकेश बेनीवाल, सह आचार्य डॉ सारिका स्वामी, डॉ पवन डारा ने ओ.आर.एस. की भूमिका, उपयोग और सार्वजनिक स्वास्थ्य में इसका महत्व विषयक व्याख्यान हुए।
28 जुलाई को नर्सिंग विद्यार्थियों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने रचनात्मक तरीके से ओ.आर.एस. के प्रचार का प्रयास किया। प्रतियोगिता में प्रियंका चिरानिया प्रथम, अनिता द्वितीय एंव सोनू कस्वां तृतीय स्थान पर रहे।
29 जुलाई को एम.बी.बी. एस. छात्रों के बीच तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें ओ.आर.एस. और उससे संबंधित सामाजिक सरोकारों पर विचार प्रस्तुत किए गए। इस प्रतियोगिता में बैच 2022 की प्राची मीणा प्रथम, चंचल जैन द्वितिय व आयुष चौहान तृतीय स्थान पर रहे।
30 जुलाई को पी.जी.रेजिडेंट डॉक्टरों के बीच प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें डॉ शिवांगी मित्तल प्रथम, डॉ इरविन कौर द्वितिय व डॉ नवीन नेहरा तृतीय स्थान पर रहे। कार्यक्रम के अंतिम दिवस, 31 जुलाई को वरिष्ठ आचार्य डॉ. रेनू अग्रवाल, आचार्य डॉ. जी. एस. तंवर, डॉ. एल. सी. बैद एवं डॉ. श्याम अग्रवाल द्वारा विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया गया।इस सप्ताह का उद्देश्य डायरिया जैसी बीमारियों में जीवनरक्षक ओ.आर.एस. के सही उपयोग के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना और विभिन्न वर्गों को इससे जोड़ना था।