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बीकानेर,ओडीएफ प्लस के तहत ग्राम पंचायत को मॉडल बनाने हेतु जिला परिषद सभागार में संबंधित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को कार्यशाला आयोजित की गई।
राजस्थान सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण ) के समन्वयक के के गुप्ता ने इस दौरान मॉडल ग्राम पंचायत बनाने के संबंध में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि सफाई एक सतत प्रक्रिया है ।इसे जन आंदोलन के रूप में लेते हुए आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करें । स्वच्छता के लिए छोटी-छोटी चीज अहम है इस कार्य में आम ग्रामीणों के साथ बच्चों को विशेष रूप से जोड़ें। बच्चों के साथ एक टास्क के रूप में सफाई से जुड़ी एक्टीविटी करें। ग्राम पंचायत को मॉडल गांव बनाने के लिए सार्वजनिक दीवारों पर स्वच्छता संदेश लिखवाएं ,सुंदर पेंटिंग करवाई जाएं तथा गांव में गार्डन विकसित किए जाएं।
उन्होंने ग्राम पंचायत में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई ,पापड़ सहित अन्य हुनर विकसित करने के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोलने के भी सुझाव दिए। गुप्ता ने कहा कि वृक्षारोपण की दिशा में भी स्थानीय जनप्रतिनिधि नई शुरुआत करें। निराश्रित पशुओं के लिए सामुदायिक पहल करते हुए गौशालाएं बनवाएं। ग्रामीण स्वच्छता समन्वयक ने कहा कि गांव को मॉडल बनाने के लिए एक लक्ष्य लेकर चलें और आय सृजन की दिशा में भी कार्य किया जाए।
कार्यशाला में सीईओ जिला परिषद सोहनलाल ने जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से सफाई विषय पर संवाद किया और कहा कि सफाई कार्यो को ग्राम पंचायतें अपने प्राथमिक कार्यों में शामिल करें ।इसके माध्यम से आय के स्थाई स्थाई स्रोत निर्मित किए जाएं। ग्राम सभा में सफाई से जुड़े छोटे-छोटे प्रस्ताव लेकर इन पर प्राथमिकता से काम हो। कार्यशाला के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर सवाल किए गए। जन प्रतिनिधियों की जिज्ञासाओं का गुप्ता ने समाधान किया।
इस दौरान विकास अधिकारी ,सहायक अभियंता, कनिष्ठ तकनीकी सहायक, सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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