










बीकानेर, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के पशु चिकित्सा सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग द्वारा विश्व रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एन्टी. माइक्रोबियल रजिस्टेंस) जागरूकता सप्ताह-2025 के अवसर पर आई.सी.ए.आर.इन्फार परियोजना के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलगुरु राजुवास, बीकानेर डॉ. सुमंत व्यास ने एएमआर को बढ़ावा देने वाले कारणों, प्रयोगशाला निदान की अनिवार्यता, सही खुराक निर्धारण तथा वैज्ञानिक आधार पर उपचार चयन जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, बीकानेर, डॉ. संजय शर्मा ने सभी प्रतिभागी पशु चिकित्सकों को जिम्मेदारी से एंटीमाइक्रोबियल के उपयोग हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के दौरान निदेशक अनुसंधान, प्रो. बी.एन. श्रृंगी ने अपने संबोधन में एंटीबायोटिक के अनावश्यक एवं अत्यधिक उपयोग को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम के दौरान स्वागत उद्बोधन परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. राजेश सिंघाटिया द्वारा दिया गया एवं उन्होंने विश्व रोगाणुरोधी प्रतिरोध जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डॉ. फेमिना अंजुम द्वारा किया गया एवं धन्यवाद डॉ. राम कुमार द्वारा प्रस्तुत किया। कार्यशाला के दौरान कुल चार विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किए गए, जिनमें विभागाध्यक्ष, सूक्ष्मजीव विज्ञान, सरदार पटेल मेडिकल महाविद्यालय, डॉ. तरूणा स्वामी, डॉ. राजेश सिंघाटिया, डॉ. दिवाकर तथा डॉ. राम कुमार ने अपने-अपने विषयों पर महत्वपूर्ण वक्तव्य दिए। इसके अतिरिक्त एक प्रायोगिक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें डॉ. दिवाकर, डॉ. राम कुमार तथा डॉ. फेमिना अंजुम ने प्रतिभागियों को रोगाणुरोधी प्रतिरोध निदान एवं परीक्षण की व्यवहारिक जानकारी प्रदान की। कार्यशाला में बीकानेर जिले के कुल 26 पशु चिकित्सा अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागियां को प्रमाण-पत्र वितरित किये गए।
