
बीकानेर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, बीकानेर के शिशु एवं बाल रोग विभाग, बीकानेर पीडिट्रिक्स सोसायटी तथा भारतीय बाल चिकित्सा, अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को आचार्य तुलसी रिसर्च एवं अनुसंधान केन्द्र के प्रेक्षागृह में बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञों की जूनोटिक रोग, कारण, प्रभाव व नियंत्रण’’ पर एक दिवसीय कार्यशाला सुबह साढ़े नौ बजे से शाम चार बजे तक होगी। कार्यशाला में बीकानेर जिले के करीब 70 बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है।
बीकानेर पीडिट्रिक्स सोसायटी के सचिव डॉ.जी.एस. तंवर ने बताया कि ’’वन हैल्थ’’ की (जूनोटिक रोग, कारण, प्रभाव व नियंत्रण) कार्यशाला बीकानेर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.पी.सी.खत्री, डॉ.सी.के.चाहर, डॉ.महेश शर्मा, डॉ.पी.के.बेरवाल, डॉ.कपिला स्वामी, डॉ. अनिल दुस्सा, और डॉ.एल.सी. बैद व बाल एवं शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रेणु अग्रवाल के सान्निध्य में होने वाली कार्यशाला के समन्वयक डॉ. अभिनव चौधरी है।
डॉ.तंवर ने बताया कि उद्घाटन सत्र के बाद कार्यशाला तीन सत्रों में होगी जिसमें उदयपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.देवेन्द्र सरीन, जयपुर के डॉ.विष्णु पंशारी, भीलवाड़ा के डॉ.अतुल हेड़ा व डॉ.कुलदीप सिंह राजपूत जूनोटिक (यानि जानवरों के वायरस, बैक्टीरिया, फंगस, परजीवी व सुक्षम जीवों के संपर्क व काटने, दूषित कीडे आदि से होने वाले विभिन्न रोग यथा लंपी वायरस, लंगड़ा बुखार, गल घोटू, ब्रुसेलोसिस, रैबीज, बर्ड फलू आदि बच्चों में होने वाले रोग के कारण व उपचार प












