बीकानेर ‘‘शिक्षा के साथ-साथ हाथ का हुनर भी सीखें और अपने कौशल को भी बढ़ाएं’’ ये उद्बोधन मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी, समग्र शिक्षा अभियान, श्रीडूंगरगढ़ शीशराम कुलहरी के थे। आपने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार से वितपोषित एवं बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर द्वारा अंतर्राष्ट्रय महिला दिवस एवं आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष में कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, जेतासर परिसर में स्तरीय ‘महिला विकास एवं चेतनाा कार्यक्रम’ के मुख्य अतिथि के रूप में बालिकाओं के समक्ष व्यक्त किए। श्री कुलहरी ने संस्थान के कार्यांे की सरहाना करते हुए कहा कि संस्थान की कार्यशैली से बहुत ही प्रभावित हुआ हुं।
कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए संस्थान के अध्यक्ष अविनाश भार्गव ने महिला दिवस का इतिहास बताते हुऐ कहा कि अब महिलाएं अपने अधिकार समझने लगी है। आपको यहां शिक्षण कार्य के साथ आपके व्यक्तित्व विकास में निखार लाने का काम भी किया जा रहा है। कौशल विकास से सम्बंधित लघु गतिविधियों का आयोजन आपकी मांग के आधार पर संस्थान की ओर से किया जायेगा।
संस्थान के प्रबंध मण्डल की सदस्या एवं प्राचार्या राजकीय सीनियर सैकण्डरी स्कूल, राणेर संगीता पुरोहित ने बालिकाओं को कहा कि आप बहुत ही भाग्यशाली है जो आपको पढ़ने का मौका मिला है साथ ही शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियों के माध्यम से आप अपने हुनर में निखर लाकर नई दिशा तय कर सकते है।
इसी क्रम में प्रबंध मण्डल की सदस्या एवं डीन पीजीएस, स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यलय, बीकानेर दिपाली धवन ने वर्चुअल भागीदारी करते हुए कुछ उदहरणों एवं बोध कथाओं के माध्यम से बालिकाओं को जीवन में आने वाली समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया एवं समाधान भी बताये।
कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुशीला गोदारा ने कहा कि जन शिक्षण संस्थान द्वारा आज के दिन जो कार्यक्रम किय गए उनके लिए मैं बहुत ही आभारी हुुं। सही मायने में ये बालिकाएं इन गतिविधियों से बहुत ही खुश हुई है। मैं संस्थान से आग्रह करती हुं कि समय≤ पर ऐसी गतिविधियां हमारे विद्यालय में करते रहें।
कार्यक्रम का संयोजन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कहा कि जन शिक्षण संस्थान द्वारा पिछले तीन दिनों से कौशल विकास की सह-गतिविधियों के तहत संस्थान की संदर्भ व्यक्ति सीता प्रजापत ने इस विद्यालय की बालिकाओं को मास्क बनाने का कौशल सीखाया। सभी बालिकाओं ने स्वयं के लिए मास्क भी बनाये है।
कार्यक्रम सहायक उमाशंकर आचार्य ने बताया कि आज महिला दिवस के अवसर पर बालिकाओं के लिए मेहन्दी प्रतियोगिता एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बालिकाओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता निभाई। प्रतियोगिताओं का परिणाम इस प्रकार रहा – मेहन्दी प्रतियोगिता में प्रथम अनिता द्वितीय रोशनी तृतीय परमा एवं चतुर्थ स्थान पर इमरती रही। इसी प्रकार रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम मोनिका द्वितीय धापू तृतीय मोनिका एवं चतुर्थ स्थान पर विमला रही। मेहमानों के कर कमलों से विजेता बालिकाओं को संस्थान द्वारा प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किए गये। इस कार्य में कस्तुरबा गांधी विद्यालय की अध्यापिका सुमित्रा सहित पूरे स्टाफ का सहयोग रहा।
कार्यक्रम के अंत में श्री आचार्य द्वारा आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बालिकाओं को अधिकाधिक कौशल विकास कार्यक्रमों से जुड़ने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए संस्थान के अध्यक्ष अविनाश भार्गव ने महिला दिवस का इतिहास बताते हुऐ कहा कि अब महिलाएं अपने अधिकार समझने लगी है। आपको यहां शिक्षण कार्य के साथ आपके व्यक्तित्व विकास में निखार लाने का काम भी किया जा रहा है। कौशल विकास से सम्बंधित लघु गतिविधियों का आयोजन आपकी मांग के आधार पर संस्थान की ओर से किया जायेगा।
संस्थान के प्रबंध मण्डल की सदस्या एवं प्राचार्या राजकीय सीनियर सैकण्डरी स्कूल, राणेर संगीता पुरोहित ने बालिकाओं को कहा कि आप बहुत ही भाग्यशाली है जो आपको पढ़ने का मौका मिला है साथ ही शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियों के माध्यम से आप अपने हुनर में निखर लाकर नई दिशा तय कर सकते है।
इसी क्रम में प्रबंध मण्डल की सदस्या एवं डीन पीजीएस, स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यलय, बीकानेर दिपाली धवन ने वर्चुअल भागीदारी करते हुए कुछ उदहरणों एवं बोध कथाओं के माध्यम से बालिकाओं को जीवन में आने वाली समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया एवं समाधान भी बताये।
कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुशीला गोदारा ने कहा कि जन शिक्षण संस्थान द्वारा आज के दिन जो कार्यक्रम किय गए उनके लिए मैं बहुत ही आभारी हुुं। सही मायने में ये बालिकाएं इन गतिविधियों से बहुत ही खुश हुई है। मैं संस्थान से आग्रह करती हुं कि समय≤ पर ऐसी गतिविधियां हमारे विद्यालय में करते रहें।
कार्यक्रम का संयोजन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कहा कि जन शिक्षण संस्थान द्वारा पिछले तीन दिनों से कौशल विकास की सह-गतिविधियों के तहत संस्थान की संदर्भ व्यक्ति सीता प्रजापत ने इस विद्यालय की बालिकाओं को मास्क बनाने का कौशल सीखाया। सभी बालिकाओं ने स्वयं के लिए मास्क भी बनाये है।
कार्यक्रम सहायक उमाशंकर आचार्य ने बताया कि आज महिला दिवस के अवसर पर बालिकाओं के लिए मेहन्दी प्रतियोगिता एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बालिकाओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता निभाई। प्रतियोगिताओं का परिणाम इस प्रकार रहा – मेहन्दी प्रतियोगिता में प्रथम अनिता द्वितीय रोशनी तृतीय परमा एवं चतुर्थ स्थान पर इमरती रही। इसी प्रकार रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम मोनिका द्वितीय धापू तृतीय मोनिका एवं चतुर्थ स्थान पर विमला रही। मेहमानों के कर कमलों से विजेता बालिकाओं को संस्थान द्वारा प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किए गये। इस कार्य में कस्तुरबा गांधी विद्यालय की अध्यापिका सुमित्रा सहित पूरे स्टाफ का सहयोग रहा।
कार्यक्रम के अंत में श्री आचार्य द्वारा आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बालिकाओं को अधिकाधिक कौशल विकास कार्यक्रमों से जुड़ने का संदेश दिया।