
बीकानेर,बीकानेर की सामाजिक कार्यकर्ता ऐडवोकेट सकीना खान ने प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी देते हुए बताया कि शहर के पास कॉलोनियों को तो बसा दिया जाता है, लेकिन बाद में इनकी देखभाल कोई करता है, जिनमें ऐसी ही एक ख़्वाजा कॉलोनी ब नाम से बसी हुई है, इस कॉलोनी में लोगों के हालात बद से बद्तर है इनकी मूलभूत रोज़मारा की सुविधाओ के अभाव में इस कॉलोनी के लोग आस पास की दूसरे समाज की कॉलोनियों से पिछड़ता ही जा रहा है, इस कॉलोनी में शिक्षा के अभाव में बच्चे बाल मज़दूरी के लिए मजबूर है, महिलाओं की विभिन्न तरह की समस्याओं ,ऑनलाइन को सुनना किस तरह का जीवन यापन करने को मजबूर है, इन महिलाओं का कहना है चुनावों के समय नेता आते हैं वादा कर के चले जाते है फिर कभी लौट के नहीं आते उनके हालत जान के बड़ा आश्चर्य हुआ के चिकित्सा के अभाव में नजाने कितनी गर्भवती महिलाओ की मौत हो चुकी है ,इस इलाक़े में ज़्यादा हैरान कर देने वाली बात ये है जैसा कि उनके मुँह से सुना इन दो महीनों में चार लोग पटरियाँ पार करते मारे गये, क्यूंकि छोटी से छोटी ज़रूरत की चीज़ के लिये रेल की पटरियों को क्रॉसिंग करे के दूसरी तरफ़ जाना पड़ता है, प्रशासन को अब इनकी सुबुद्धि लेनी चाहिए , यह जानकारी महिला चौपाल के दौरान इन महिलाओं से चर्चा करते समय सुनने को मिती है, इन महिलाओं की रोजमर्रा की तकलीफ़ों व आम समस्याओं को मेंने सुना।