बीकानेर,ब्याज माफिया से पीड़ित हुई महिला ने बीकानेर के नयाशहर थाने में तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। परिवादिया ने बताया है कि उसे पैसों की जरूरत थी। ऐसे में उसने कुछ समय पूर्व आरोपियों से 20 हजार रुपए उधार लिए। आरोपी ने पैसे देने से पहले गिरवीं के तौर पर पीड़िता की एक सोने की बाली व एक सोने की अंगूठी भी ले ली। ऊपर से ब्याज भी दस रूपए सैकड़ा मांगा। आरोपियों द्वारा पीड़िता से लगातार दस रूपए सैकड़े से ब्याज वसूली की जाती रही। दो माह से पीड़िता की आर्थिक हालत तंग हुई तो वह ब्याज नहीं दे पाई, जिस पर आरोपियों द्वारा पीड़िता को प्रताड़ित किया जाने लगा। उससे गाली गलौज की गई। पीड़िता ने लज्जा भंग करने का आरोप भी लगाया है।
शहर की नयाशहर थाना पुलिस के अनुसार लालगढ़ निवासी राजेंद्र तंवर, उसके भाई विजेंद्र तंवर व पिता रघुनाथ तंवर के खिलाफ धारा 354, 323, 341, 406 व 120 •बी आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। मामले की जांच थानाधिकारी द्वारा उल्लेखनीय है कि पूरे बीकानेर में मौत के ब्याज माफिया से हजारों गरीब पीड़ित है,ये ब्याज माफिया मजबूरी में फंसे लोगों को 3 रूपए सैकड़ा से लेकर 25-30 रूपए सैकड़ा ब्याज दर पर पैसे देते हैं। बदले में ब्लैंक चेक,स्टांप,सोना आदि भी गिरवीं रख लेते हैं। इन माफियाओं से ब्याज पर जिसने भी पैसे लिए वो बर्बाद हो गया।
यहां तक कि गहने व घर आदि तक बेचने पड़ जाते हैं। कोर्ट में लगे अधिकतर चेक अनादरण के मामले इसी ब्याज के खेल से जुड़े हैं। बीकानेर में ब्याज माफिया के खिलाफ अभियान चलाया था। तत्कालीन एसपी प्रहलाद सिंह कृष्णिया ने इन ब्याज माफियाओं से आमजन को राहत दिलाने का मन भी बना लिया था। इसी बीच उनका तबादला हो गया। इसके बाद किसी ने इस गंभीर अपराध के खिलाफ एक्शन लेने की ओर रुख नहीं किया। जबकि अधिकतर बड़े अपराधों की जड़ ही मौत का ब्याज है।अब देखना यह है कि नयाशहर पुलिस इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करती है। पुलिस के अनुसार यह मुकदमा कोर्ट इस्तगासे से दर्ज हुआ है।