
बीकानेर,तेरापंथ भवन में साध्वी ललित कला के सानिध्य में ज्ञान शाला में जिज्ञासु बच्चों को मंत्र दीक्षा ग्रहण करवाई गई ।
साध्वी ललित कला ने कहा कि बच्चों कच्ची घड़े के समान होते हैं जिन्हें जिस प्रकार की शिक्षा दीक्षा दी जाए वैसा ही अपने दैनिक आचरण में शामिल कर लेते हैं।
बच्चों में धर्म के प्रति अनुराग होना आवश्यक है जिससे वे साहस के साथ जी सके धर्म से संस्कार सद्गुणों की प्राप्ति होती है।
इसलिए उनको मंत्र दीक्षा दी जाती है जिससे बच्चों का जीवन सुनहरा होता है।