बीकानेर,आजकल की बात नहीं यह एक परंपरा बन गई है कि इस समाज को इसी तरह खिंचतान में रहने दो अपना हुक्का जी, हुजूरी करने वाले लोग चाहें काबिल है यानी नहीं, इन्हीं को मौका देना है। अगर किसी समझदार काबिल वगैर लागलपेट, वाले को कुर्सी दें दी तो वो समाज के गरीब लोगों की जायज़ बात को आगे बढ़ाएंगे और उन्हें पुरी करवाने के लिए भी सरकार को मजबूर करेगा ।
*क्या चौबदार साहब इस पद पर रहते हुए इस मौजूद सरकार के द्वारा मदरसा पैराटीचर को नियमित करने कि लिए घोषणा पत्र कि गई नियमित करने कि बात जो चार से अधिक समय से कही गौन हो गई, व समय समय पर मदरसा पैराटीचर के आंदोलन के माध्यम से बाहर आ रही है, को लागू करवा कर हमारे नौजवान बच्चों को नियमित करवा पाए तथा राहत दिलवा पाएंगे । इसमें संदेह है शायद नहीं । अगर अगर और अगर शायद चोबदार साहब इसमें कामयाब होते हैं तो चौबदार साहब के लिए यह बड़ी उपलब्धि के साथ नौजवान बच्चों के लिए एक तौहफा व उन कायर लोगों को शर्मिन्दा होना होगा, जो मुस्लिम समाज के हक़ आवाज़ के साथ धरना प्रदर्शन व दांडी यात्रा को भाजपा आरएसएस की बी टीम व यह सब भाजपा आरएसएस द्वारा करवाए जाना कहकर मुखवीर बनकर आंदोलन असफल करवाने सहित अन्य को भी इन चलना प्रर्दशन कि मुखवीरी कर जानकारी पार्टी के विधायक मंत्रीयो सहित जिला अध्यक्ष तक पहुंचने की बात करने में अपना अहम योगदान दिया था।*
महबूब दीवान चोबदार साहब को बहुत बहुत मुबारकबाद और इस अहम काम को पुरा करवाकर नौजवान बच्चों को राहत दिलवाकर हौसला अफजाई कर नहीं बल्कि आगामी चुनाव के लिए कांग्रेस के लिए भी राहत भरा सही दिशा में एक कदम होगा। शुक्रिया