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बीकानेर,जयपुर,राजस्थान में इस सीजन में सर्दी सामान्य रही। पिछले कई साल में पहली बार ऐसा हुआ, जब जनवरी के महीने में तापमान शून्य या माइनस में नहीं गया। सीकर, फतेहपुर (सीकर), माउंट आबू (सिरोही) जैसे ठंडे शहरों में भी इस सीजन (जनवरी में) तापमान शून्य पर से ऊपर ही रहा। जनवरी में उत्तर भारत के राज्यों (जम्मू कश्मीर, हिमाचल, लद्दाख) में बर्फबारी भी बहुत अच्छी हुई। इसके बाद भी राजस्थान में तापमान माइनस में नहीं गया। एक्सपर्ट इसका कारण जनवरी में कोहरा ज्यादा पड़ना और बारिश को बता रहे हैं।

1 से 25 जनवरी तक की रिपोर्ट देखें तो प्रदेश में सबसे कम तापमान माउंट आबू में 0.8 डिग्री सेल्सियस 17 जनवरी को दर्ज हुआ। वहीं, 8 जनवरी को फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

राज्य में इस साल की शुरुआत में अच्छी सर्दी रही। 1 से 3 जनवरी तक अधिकांश शहरों में मिनिमम टेम्प्रेचर 5 से 8 डिग्री सेल्सियस से नीचे था। उत्तरी हवा का प्रभाव कम होने से 4 से 6 जनवरी के बीच तापमान बढ़ा। कई शहरों में न्यूनतम तापमान बढ़कर 8 से 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

हनुमानगढ़ में जनवरी में बारिश के साथ जमकर ओले गिरे। इससे मैदानी इलाकों में ओलों की चादर बिछ गई।

बर्फबारी अच्छी, फिर भी क्यों माइनस में नहीं आया तापमान?

मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- उत्तर भारत के राज्यों में अच्छी बर्फबारी होने के बाद भी राजस्थान में तापमान माइनस में नहीं जाने के पीछे का कारण बारिश है। एक के बाद एक कुछ दिनों के अंतराल में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आता रहा। वातावरण में इस सीजन में अच्छी नमी बनी रही। इसी वजह से कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी।

निदेशक ने बताया- ऐसा नहीं कि इस सीजन सर्दी कम रही। अधिकांश शहरों में दिन और रात का तापमान इस सीजन (जनवरी में) औसत से नीचे ही रहा है। पारा माइनस या शून्य पर नहीं जाने के पीछे सबसे बड़ा कारण वातावरण में नमी की अच्छी मात्रा रहना है। नमी होने से इस बार कोहरा भी खूब रहा। कोहरा जब पड़ता है, वातावरण में नमी ज्यादा रहती है। तापमान कंट्रोल रहता है। माइनस या शून्य पर नहीं जाते।

जनवरी में जयपुर में भी अच्छी बारिश हुई। इसके साथ ही कोहरा भी रहा।

राजस्थान में अच्छी बारिश हुई
राजस्थान में इस बार 1 से 25 जनवरी तक तीन वेदर सिस्टम आए। पहला सिस्टम 10 से 12 जनवरी के बीच आया। दूसरा सिस्टम 15 से 16 जनवरी के बीच और तीसरा सिस्टम 22 से 23 जनवरी के बीच रहा। इन तीनों सिस्टम से प्रदेश में औसतन 3.7MM बरसात हुई। यह औसत बारिश (3MM) से 23 फीसदी ज्यादा रही। अच्छी बारिश होने से वातावरण में लगातार नमी रही। इस कारण इस बार जयपुर, कोटा, उदयपुर, भरतपुर समेत कई शहरों में कोहरा थोड़ा ज्यादा रहा।

क्या फायदा?
जनवरी में अच्छी बारिश और वातावरण में नमी का असर रबी की फसलों गेहूं, जौ, चना, सरसों की पैदावार पर रहेगा। इस बार थोड़े-थोड़े दिन के अंतराल में बारिश होने और अच्छा कोहरा रहने के कारण किसानों को सिंचाई के लिए ज्यादा पानी देने की जरूरत नहीं पड़ी। राजस्थान में इस बार 1 करोड़ 11 लाख 80 हजार हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर रबी की फसल बोई है।

सीकर के फतेहपुर में तेज बारिश के कारण अंडर पास में पानी भर गया।

प्रमुख शहरों में कैसी रही इस बार सर्दी
चूरू :सीकर, फतेहपुर और माउंट आबू के बाद सबसे ठंडा शहर चूरू रहता है। यहां पिछले 10 साल में 4 साल ऐसे रहे जब जनवरी में न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज हाे चुका है। साल 2023 में यहां सबसे ज्यादा सर्दी रही। यहां का न्यूनतम तापमान माइनस 2.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। इस साल जनवरी में यहां न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गया। पिछले 25 दिन (1 से 25 जनवरी तक) केवल तीन बार ही ऐसा रहा, जब यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ।

बीकानेर, सरहदी जिला बीकानेर भी जनवरी में अमूमन तापमान शून्य या उससे नीचे माइनस में दर्ज होता है। लेकिन इस बार बीकानेर में भी सर्दी कम रही। यहां इस सीजन न्यूनतम तापमान जनवरी में (1 से 25 जनवरी तक) 5.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गया। बीकानेर में पिछले 10 साल में सबसे कम तापमान साल 2023 में शून्य पर दर्ज हुआ था। साल 2018 और 2019 में यहां जनवरी के महीने में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस तक गिरा था, लेकिन इस सीजन यहां तापमान 5 डिग्री सेल्सियस भी नहीं आया।

कोटा :कोटा में अमूमन जनवरी के महीने में न्यूनतम तापमान 3 से लेकर 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। लेकिन इस सीजन कोटा में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं आया। पिछले 10 साल की रिपोर्ट देखें तो कोटा में सबसे कम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस साल 2023 में दर्ज हुआ। इसी तरह साल 2018 में कोटा का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था।

जयपुर :राजधानी जयपुर में इस सीजन न्यूनतम तापमान औसत के आसपास रहा। जनवरी के 25 दिन में से 13 दिन न्यूनतम तापमान औसत (8.4 डिग्री सेल्सियस) से ऊपर दर्ज हुआ, जबकि 12 दिन औसत से नीचे दर्ज हुआ। जयपुर में इस सीजन न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जयपुर में 25 दिन के अंदर औसत बारिश 7.3MM बारिश हुई है, जो यहां की औसत बारिश 3.9MM से 87 फीसदी ज्यादा रही।

अब आगे क्या?
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- 28-29 जनवरी से तापमान बढ़ने लगेगा, सर्दी कम होने लगेगी। राजस्थान में तेज सर्दी का ये आखिरी दौर है। इसके बाद अगले महीने फरवरी के पहले दो सप्ताह हल्की सर्दी रहने का अनुमान है।

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