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बीकानेर,डब्लूएचओ ने कहा कि एक्सई के बारे में पहली बार ब्रिटेन में 19 जनवरी, 2022 को पता चला था। अभी तक इसके 600 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है।कोरोना महामारी की धीमी पड़ रही रफ्तार के बीच एक कोरोना के नए स्वरूप ‘एक्सई’ ने दुनिया में दस्तक दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि नया वैरिएंट ओमिक्रॉन से 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सई ओमिक्रॉन के दो संस्करणों बीए.1 और बीए.2 से मिलकर बना है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि जब तक एक्सई वेरिएंट के ट्रांसमिशन और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता तब तक इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा।ब्रिटेन की ब्रिटिश हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के हालिया अध्ययन से पता चला है कि वर्तमान में 3 हाइब्रिड कोविड वैरिएंट चल रहे हैं। इसमें डेल्टा और बीए.1 दो अलग-अलग स्वरूप एक्सडी और एक्सएफ से मिलकर बना है, जबकि तीसरा एक्स है। इनमें से एक्सडी फ्रेंच डेल्टा वेरिएंट एक्स बीए.1 वंश का नया सदस्य है। इसमें इसमें बीए.1 का स्पाइक प्रोटीन और डेल्टा का जीनोम होता है। वर्तमान में इसवहीं, एक्सएफ ब्रिटिश डेल्टा एक्स बीए.1 वंश से संबंधित हैं। इसमें बीए.1 का स्पाइक और संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं लेकिन डेल्टा के जीनोम का 5 वां हिस्सा ही होता है। एक्सई भी ब्रिटिश डेल्टा बीए.1 एक्स बीए.2 वंश से संबंधित है। इसमें बीए.2 से स्पाइक और संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं लेकिन इसमें भी बीए.1 के जीनोम का 5वां हिस्सा होता है।

19 जनवरी को पहली बार ब्रिटेन में मिला
डब्लूएचओ ने कहा कि एक्सई के बारे में पहली बार ब्रिटेन में 19 जनवरी, 2022 को पता चला था। अभी तक इसके 600 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है। हालांकि, इस वैरिएंट को लेकर हमें और अधिक अध्ययन करने की आवश्यकता है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी की मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुजैन हॉपकिंस का कहना है कि अभी नए वैरिएंट एक्सई की संक्रामकता, गंभीरता के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। इस पर टीके काम करेंगे या नहीं यह भी पता नहीं है।में 10 से ज्यादा क्रम शामिल हैं।

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