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बीकानेर,पिछले लोकसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था  कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपनी तैयारियों में जुटी है. संगठन को संजीवनी मिलने की उम्मीद में पार्टी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा जारी है. पीएम मोदी की आंधी और केजरीवाल के बढ़ते कदमों के बीच कांग्रेस लगातार अपनी सियासी जमीन को मजबूत बनाने की कोशिश कर रही है. इन सबके बीच पार्टी अभी तक अपना कोई पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं चुन पाई है. पिछले कई महीने से अध्यक्ष पद के लिए तलाश चल रही है. कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा? इस पर अभी तक सस्पेंस बरकरार है.

पिछले लोकसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद से सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. कांग्रेस अध्यक्ष के लिए नामांकन की प्रक्रिया 24-30 सितंबर तक होगी.

कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में कहां खड़े राहुल?

कांग्रेस पार्टी का अगला मुखिया कौन होगा? राहुल गांधी या फिर इस परिवार से अलग कोई और इसकी जिम्मेदारी निभाएगा? इस बात को लेकर अभी तक संशय की ही स्थिति है और फिलहाल इसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं गरम हैं. कांग्रेस पार्टी के कई नेता ये चाहते हैं कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष बनें, जबकि पार्टी के अंदर ही कुछ नेता की इच्छा है कि गांधी परिवार से हटकर कोई अध्यक्ष हो. राहुल गांधी एक बार पहले कह चुके हैं अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का कोई होगा. हालांकि शनिवार को राजस्थान कांग्रेस ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया, इसे लेकर सीएम अशोक गहलोत ने पहल की.

राहुल के समर्थन में कौन-कौन?

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्ष बनने की चर्चा तेज है, लेकिन वो खुद चाहते हैं कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष बनें. वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी की कमान राहुल गांधी के ही हाथ में होनी चाहिए. मल्लिकार्जुन खड़गे, अजय माकन, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा समेत कई दूसरे नेता राहुल गांधी के समर्थन में खड़े हैं. जयराम रमेश भी राहुल के समर्थन में हैं, लेकिन उनका कहना है कि अगर गांधी परिवार से अलग कोई और अध्यक्ष बनता है तो भी संगठन से जुड़े मामलों में नेहरू-गांधी परिवार का महत्व बरकरार रहेगा. रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि बीजेपी के खिलाफ एक निडर आवाज राहुल गांधी बने हुए हैं.

राहुल गांधी के खिलाफ कौन?

कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए अगर अशोक गहलोत को खड़ा किया जाता है तो पार्टी के सांसद शशि थरूर भी अपनी दावेदारी जता सकते हैं. शशि थरूर समेत पार्टी के कई नेताओं की ओर से ये लगातार कहा जाता रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए लोकतांत्रिक मुकाबला होने से पार्टी में नई उम्मीद और जान आएगी.

कई नेताओं का मानना हैं कि अधिक लोग चुनाव लड़ेंगे पार्टी के हित में होगा. थरूर समेत कई नेता कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगा चुके हैं. थरूर के अलावा मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम समेत कई नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस कमेटी के निर्वाचक मंडल की सूची संभावित उम्मीदवारो को नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने से पहले दिए जाने चाहिए.

जी-23 के कुछ नेताओं का अलग रूख?

कांग्रेस (Congress) में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल करने का काम शुरू होने वाला है, लेकिन पार्टी के अंदर का कोलाहल अभी भी शांत नहीं दिख रहा है. अशोक गहलोत के सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर या फिर जी-23 के कोई दूसरे नेता ताल ठोक सकते हैं. ऐसे में कांग्रेस में लंबे वक्त के बाद अध्यक्ष पद के खातिर चुनाव के हालात बनेंगे.

कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) के अलावा मनीष तिवारी, आनंद शर्मा और भूपेंद्र हुड्डा जैसे जी-23 नेताओं की पार्टी अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव लड़ने की चर्चा सुर्खियों में है. बहरहाल कांग्रेस की ओर से घोषित चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. एक से अधिक उम्मीदवार होने की स्थिति में 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी.

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