सत्ताइस नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है पुष्य। सभी नक्षत्रों में इस नक्षत्र को सबसे अच्छा माना जाता है। सभी नए सामान की खरीदारी, सोना, चांदी की खरीदारी के लिए पुष्य नक्षत्र को सबसे पवित्र माना जाता है।पुष्य का अर्थ है पोषण करने वाला, ऊर्जा व शक्ति प्रदान करने वाला. ज्योतिषशास्त्र में इस नक्षत्र को बहुत शुभ और कल्याणकारी मानते हैं। इस नक्षत्र का प्रतीक चिह्न गाय का थन मानते हैं। उनके विचार से गाय का दूध पृ्थ्वी लोक का अमृ्त है। पुष्य को ऋग्वेद में तिष्य अर्थात शुभ या माँगलिक तारा भी कहते हैं।
18 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र के साथ सिद्ध और साध्य योग भी रहेंगे। दोनों योग के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग अत्यंत शुभ महामुहूर्त का निर्माण कर रहा है।
*सुबह से शाम तक खरीदारी के शुभ चौघड़िया मुहूर्त*
प्रातः चर, लाभ, अमृत का चौघड़िया सुबह 9:17 से दोपहर 1:33 तक शुभ का चौघड़िया दोपहर 2:55 से 4:25 शाम तक
शाम को लाभ का चौघड़िया 7:25 से 8:55 तक –
*पुष्य नक्षत्र में कल 19:15 से 20:15 तक*
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आप कोअपनी राशि अनुसार तेज पते पे राशि अनुसार नंबर जो पेन रंग का (ग्लिटर पेन ) बता रखा है उस पेन से लिख कर अपने पॉकेट में या जहाँ आप अपने रुपए रखते है वहाँ रख देवे और हमेशा इस नंबर को अपनी मणिबंध रेखा पे लिखे !
मेष राशि – 19 लाल पेन
वृषभ राशि – 42 सिल्वर पेन
मिथुन राशि – 77 हरा पेन
कर्क राशि – 37 सिल्वर पेन
सिंह राशि – 55 लाल पेन
कन्या राशि – 50 हरा पेन
तुला राशि – 51 सिल्वर पेन
वृश्चिक राशि – 91 लाल पेन
धनु राशि – 33 गोल्डन पेन
मकर राशि – 41 ब्लू पेन
कुंभ राशि – 60 ब्लू पेन
मीन राशि -93 गोल्डन पेन