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बीकानेर,जयपुर,शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि पाठ्यक्रम में जो भी जोड़ा जाए वो प्रामाणिक होना चाहिए। केवल मान्यताओं के आधार पर नहीं जोड़ा जाना चाहिए। शिक्षा मंत्री आज यहां जयपुर स्थित शिक्षा संकुल में आयोजित पाठयपुस्तक समीक्षा समिति की दूसरी बैठक को संबोधित कर रहे थे। दिलावर ने कहा कि पाठ्यक्रम की विषय वस्तु सरल भाषा में संक्षिप्त रूप में होनी चाहिए ताकि आसानी से पढ़ा जा सके और समझा जा सके। ऐसा पाठ्यक्रम बने जो आगामी पीढ़ी के नवनिर्माण में मील का पत्थर साबित हो ताकि राष्ट्र निर्माण नींव मजबूत हो। दिलावर ने कहा कि हमें हमारे महापुरुषों और राजस्थान के क्रांतिकारियों को बच्चों को पढ़ना चाहिए ताकि वो प्रेरित हो।बैठक में समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर कैलाश सोडाणी ने गत 25 नवंबर को आयोजित समिति की पहली बैठक का विवरण प्रस्तुत किया। और आगामी कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी।बैठक में समिति ने तीन उप समितियां गठित करने का निर्णय किया। सोशल साइंस के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,अजमेर के पूर्व अध्यक्ष भारत राम के संयोजन में उप समिति बनाई गई । इसमें कन्हैया लाल बेनीवाल,सेवानिवृत आई पी एस तथा जयंती लाल खंडेलवाल को सदस्य बनाया गया है। ये समिति इतिहास,भूगोल और पॉलिटिकल साइंस के विषयों को देखेगी। दूसरी समिति विज्ञान और गणित के विषय को देखेगी। इसकी अध्यक्षता पूर्व कुलपति पी के दशोरा करेंगे। तीसरी समिति भाषा विषय को देखेगी। इसके अध्यक्ष श्याम सुंदर बिस्सा पूर्व आई ए एस होंगे सदस्य के रूप में डी रामा राव रहेंगे।समिति के सचिव सतीश गुप्ता ने बताया कि एनसीईआरटी के विशेषज्ञ शीघ्र ही जयपुर आएंगे और समिति के कार्यों का अवलोकन कर मार्गदर्शन करेंगे। समिति के सदस्यों को भी आवश्यकता के अनुसार मार्गदर्शन के लिए एनसीईआरटी भेजा जाएगा ।

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