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बीकानेर शहर में नागरिक समस्याएं और आम आदमी के जीवन स्तर में कोई खास सुधार नहीं आया है। चाहे कांग्रेस हो या भाजपा जब वे सत्ता से बाहर होती है तो जनता के हित और सत्ता की कमियां याद आती है। कांग्रेस ने जब राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार के कार्यकाल में खामियां गिनाई अब वो ही कमियां शहर भाजपा गिना रही है। सड़क, नाली, चिकित्सा,अपराध, रोजगार, बिजली, पानी की हालत पहले जैसी ही है। शहर भाजपा जिलाध्यक्ष मानते हैं कि गहलोत सरकार सभी मोर्चो पर विफल रही है। सरकार ने आम जनता के साथ छल छद्म किया है। आम आदमी अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। किसानों की कर्जमाफी, बेरोजगारों को महंगाई भत्ता, बदहाल कानून व्यवस्था, महिला दुष्कर्म की बढ़ती घटनाएं, दुराचार, चोरी, डकैती, राहजनी , मानव तस्करी, दलितो को अपमानित करना, मोब्लिंचिंग जैसे घटनाओं ने नए रिकॉर्ड बनाए है। अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए सरकार अब प्रदेश का साम्प्रदयिक माहौल को खराब करने पर लगी है। क्या शहर भाजपा का यह केवल राजनीतिक स्टंट मात्र नहीं है। भाजपा जनता के साथ कब खड़ी दिखाई दी। भाजपा विपक्ष की भूमिका में कहां तक सफल है ? जो कांग्रेस की सरकार को विफल बता रहे हैं। ब्लैक पेपर जारी कर जनता से सरकार को अब उखाड़ फेंकने की अपील की जा रही है। बीकानेर शहर में जन समस्यओं का अंबार लगा हुआ है। जो समस्या शहर भाजपा गिना रही है क्या चार साल पहले भाजपा सरकार के कार्यकाल में नहीं थी ? शहर भाजपा का आरोप कि जिले से सरकार में 3 मंत्रियो के होने के बावजूद आज जिला विकास के नाम पर पिछड़ चुका है। भाजपा के राज में जिले के विकास में क्या हुआ अगर गिनाए तो भाजपा की जनता में साख बढ़ेगी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर के विकास में कोन से पंख लगाए यह भी जनता को बताए तो भाजपा का झंडा स्वत ही कांग्रेस से ऊंचा हो सकेगा। मुख्यमंत्री बजट घोषणाएं धन अभाव में ठप्प पड़ी है।  रेल फाटक समस्या, चिकित्सा सुविधा,सुपर स्पेशिलिटी का नहीं चालू करने, सड़क, बिजली पानी, नहर बंदी के समय पेयजलापूर्ति , गर्मी में व्यापक बिजली कटौती, पशुओं का चारा, गौशाला को मिलने वाला अनुदान, युवाओं का रोजगार के नाम पर ठगी,पर्चा लीक की घटनाओं ने सरकार की नींव हिलाने का काम किया है। ब्लैक पेपर के कांग्रेस सरकार पर ये सारे आरोप सच है। यह भी सच है कि चार साल पहले जब वसुंधरा राजे की सरकार थी तब बिल्कुल ऐसे ही हालात थे जैसे आज शहर भाजपा ब्लैक पेपर में बता रही है ।

जब भाजपा सत्ता में थी तब शहर कांग्रेस भी यही कहती थी कि बीकानेर की आम जनता सरकार की नीतियों से अब उकता चुकी। जनता में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है। अब बताओ शहर भाजपा सही या शहर कांग्रेस ? क्या ब्लैक पेपर अथवा सत्ता पर आरोप राजनीतिक स्टंट है ?

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