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बीकानेर,वर्ष 2018 से 2021 तक 12942 जोड़ों ने विवाह पंजीकरण करवाया हैं। निगम से मिली जानकारी अनुसार वर्ष 2018 में 3997, वर्ष 2019 में 3047, वर्ष 2020 में 2754 और वर्ष 2021 में 3144 जोड़ों ने विवाह पंजीकरण करवाया।

बीकानेर, कोरोना के चलते साल 2020 शादियों के मामले में फीका ही रहा था। इसकी भरपाई साल 2021 में होती दिखी। बीकानेर शहर में पिछले साल करीब 400 शादियां अधिक हुई है। इस साल 2022 में यह संख्या और ज्यादा बढ़ सकती है। कोरोना की पहली लहर के दौरान

पाबंदियों के बीच भी 2 हजार 754 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। जबकि पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर में 3144 नवविवाहित जोड़ों ने नगर निगम पहुंचकर विवाह पंजीयन कराया हैं। यानि करीब 390 विवाह रजिस्ट्रेशन ज्यादा हुए हैं।

चार साल में 12942 पंजीकरण

नगर निगम में वर्ष 2018 से 2021 तक 12942 जोड़ों ने विवाह पंजीकरण करवाया हैं। निगम से मिली जानकारी अनुसार वर्ष 2018 में 3997 वर्ष 2019 में 3047, वर्ष 2020 में 2754 और वर्ष 2021 में 3144 जोड़ों ने विवाह पंजीकरण करवाया। पिछले चार साल में वर्ष 2018 में सबसे अधिक विवाह हुए हैं।

कोरोना के साये में शादियों की तैयारी

मलमास के बाद शादी-विवाह के
आयोजनों 22 जनवरी से शादियों की धूम रहने वाली है। हालांकि कोरोना संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों ने शादी-विवाह वाले परिवारों को चिंता में डाल रखा है। अभी सरकार ने अधिकतम 100 मेहमानों को ही शादी समारोह में शामिल होने की गाइडलाइन जारी कर रखी है।
शादी समारोह के लिए लोग पहले
से भवन,मैरिज पैलेस, टैंट, बाजा, रथ, घोड़ी, हलवाई, केटरिंग आदि की बुकिंग करवा चुके है। ऐसे में अभी लोग विवाह निमंत्रण पत्र बांटने में थोड़ी सुस्ती दिखा रहे है। परन्तु जैसे-जैसे शादी की तारीख नजदीक आएगी,गाइडलाइन के अनुरूप मेहमानों को बुलाएंगे। अभी विवाह समारोह की सूचना उपखण्ड अधिकारी को या पोर्टल पर देने की अनिवार्यता भी लागू हो गई है।

5 फरवरी को अबूझ सावा

कोरोना जिस तेजी से फैल रहा है, माना जा रहा है कि फरवरी में यह पीक पर होगा। जबकि 5 फरवरी को बसंत पंचमी का अबूझ सावा है। इस दिन भी बड़ी संख्या में शादियां प्रस्तावित है। पुष्करणा ब्राह्मण समाज का सामूहिक विवाह (सावा) भी 18 फरवरी को रखा गया है। इस एक दिन,एक मुहूर्त में सैंकड़ो शादियां होती है।

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