Weather Update,राजस्थान में चल रहा पश्चिमी विक्षोभ का असर बुधवार (18 मई) को खत्म हो जाएगा और उसके बाद फिर से कुछ जिलों में हीटवेव शुरू होगी और तापमान 45 डिग्री के पार जाएगा। राहत की बात यह है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो 21 मई से असर दिखाएगा।*
राजस्थान में चल रहा पश्चिमी विक्षोभ का असर बुधवार (18 मई) को खत्म हो जाएगा और उसके बाद फिर से कुछ जिलों में हीटवेव शुरू होगी और तापमान 45 डिग्री के पार जाएगा। राहत की बात यह है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो 21 मई से असर दिखाएगा और दो दिन तक प्रदेश के कुछ स्थानों पर आंधी-अंधड़ के साथ बारिश होने की संभावना रहेगी।
यूं रहेगा मौसम
राजस्थान में तापमान में गिरावट का दौर चल रहा है और कुछ स्थानों पर लू से राहत महसूस की जा रही है। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद प्रदेश फिर से भीषण गर्मी की गिरफ्त में आ जाएगा और लोग पसीना-पसीना होते रहेंगे। मौसम विभाग की माने तो आगामी कुछ दिनों तक मौसम का मिलाजुला असर देखा जा सकता है। यानि कुछ जिलों में गर्मी सताएगा और कुछ में तेज हवाओं से तपन में राहत मिल सकेगी।
कहां लू और कहां बूंदाबांदी
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो आगामी 48 घंटों के दौरान राज्य में मौसम शुष्क रहेगा। अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के जिलों में अगले तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किए जाने की संभावना है। यहां अगले 3 दिनों तक हीटवेव की परिस्थिति बनी रहेगी। उधर, पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, जयपुर व कोटा संभाग के जिलों में 19 व 20 मई को हीटवेव की परिस्थिति रहेगी। राहत की बात यह है कि 21 मई से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से राज्य के उत्तर-पश्चिमी व उत्तरी भागों में मेघगर्जन के साथ आंधी व कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है।
कहां कब होगा बदलाव
मौसम केन्द्र जयपुर की रिपोर्ट के अनुसार 19 और 20 मई को अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, बूंदी, धोलपुर, झुंझुनूं, करौली, टोंंक, सवाईमाधोपुर, सीकर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और चूरू जिले में अति लू की संभावना है। इसी प्रकार 21 व 22 मई को अलवर, झुंझुनूं, सीकर, दौसा, धोलपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिले में कहीं-कहीं पर मेघगर्जन के साथ धूलभरी आंधी और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।