बीकानेर,राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का कहना है कि बीजेपी-कांग्रेस को हराने के लिए जो भी दल सहयोग करेंगे, हम उनसे गठबंधन करेंगे.एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब समय आएगा, असदुद्दीन ओवैसी से भी बात करेंगे.
जोधपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने आने वाले चुनावों में बीजेपी-कांग्रेस को हराने के लिए किसी भी सहयोगी दल से गठबंधन करने की बात कही है. बेनीवाल ने यह बात शनिवार को सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में कही. इस दौरान उन्होंने गहलोत सरकार और केंद्र पर जमकर हमला बोला.
बेनीवाल ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार की योजनाओं में लगातार भ्रष्टाचार हो रहा है. इसमें अधिकारी, नेता और विधायक सभी शामिल हैं. गहलोत सरकार में कांग्रेस का प्रत्येक विधायक अपने क्षेत्र का मुख्यमंत्री है, वह चाहे जैसे कर रहे हैं. इसमें गहलोत की भी मजबूरी है, उनको सरकार बचानी है. इसलिए भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है.
गठबंधन को लेकर क्या बोले हनुमान बेनीवाल
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बेनीवाल ने कहा कि पहले भी यही हुआ. वसुंधरा ने भ्रष्टाचार किया. गहलोत ने जांच करवाई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. लोकायुक्त रिपोर्ट में एफआईआर दर्ज करने के आदेश हुए, लेकिन किसी ने भी एक्शन नहीं लिया. इसलिए हम मांग करते हैं कि मजबूत लोकायुक्त होना बहुत जरूरी है. शनिवार को जोधपुर सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में बेनीवाल ने लंपी बीमारी को लेकर भी केंद्र व राज्य सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस बीमारी को राष्ट्रीय महामारी घोषित करवाने का पत्र लिखकर चुप बैठ गई है. वहीं केंद्र सरकार इसको लेकर कुछ नहीं कर रही है.
बेनीवाल ने कहा की प्रदेश में भाजपा के 24 सांसद हैंं, लेकिन कोई भी लंपी को लेकर बोलने को तैयार नहीं है. उनको पता है कि अगर बोलेंगे, तो अगली बार टिकट नहीं मिलेगा. गांव में हालात बहुत खराब हैं. जगह-जगह गायों के शव पड़े हैं. गाय को राष्ट्रीय माता का दर्जा देने की बात करने वाले लोग आज चुप हैं. भाजपा विपक्ष की भूमिका नहीं निभा रही है. गहलोत इस बार पुराना रिकॉर्ड तोड़ेंगे. 2013 में 21 सीटें आई थीं. इस बार इससे कम आयेगी.
बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पता है कि यह उनका आखिरी दौर है. इसके बाद कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. ऐसे में उन्होंने केंद्र को चिट्ठी लिखकर चुप्पी साध ली है. अब सिर्फ सरकार बचाने में लगे हैं. जहां जाते हैं, कहते हैं कि इस विधायक ने मेरी सहायता की. इसने मुझे सूचना दी. यह उनके बड़े नेता जैसे गुण नहीं है. अगर वह बड़े राजनीतिज्ञ होते, तो उनका बेटा चुनाव नहीं हारता.
ओवैसी से भी करेंगे बात: बेनीवाल से पूछा गया कि असदुद्दीन ओवैसी अपनी पार्टी को राजस्थान में आगे बढ़ा रहे हैं. क्या उनसे गठबंधन होगा, तो बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी-कांग्रेस को हराने में जो भी सहयोगी होंगे, हम उनसे गठबंधन करेंगे. समय आएगा, उस दिन ओवैसी से भी बात करेंगे. उन्होंने बताया कि गत बार हमने बसपा से बात की. लेकिन उन्होंने गठबंधन नहीं किया, 6 प्रत्याशी चुनाव जीते, फिर कांग्रेस में चले गए.
काम नहीं इसलिए ओबीसी का मसाला उठा रहे: हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राज्य के एक नेता जो पहले मंत्री थे, तब उनको ओबीसी की याद नहीं आई. अब उनके पास कोई काम नहीं है. उनके साइड कर दिया गया है. इसलिए वह ओबीसी का मामला लेकर बैठे हैं. जबकि हमने यह मामला उठाया. राज्य विधानसभा के शुरू हो रहे सत्र में हमारे विधायक ओबीसी का मामला जोर शोर से उठाएंगे. इसके अलावा लंपी से हो रही गायों की मौतों का मामला भी उठाएंगे. जल्दी हम इसको लेकर बड़ी रैली भी करेंगे. बेनीवाल ने कहा की 2018 में वसुंधरा सरकार ने ही आरक्षण में खराबा किया था.
कांग्रेस एमएलए की दादागिरी, भाजपा का साथ: बेनीवाल ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के लोगों में गठबंधन है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों ने जिस तरह की दादागिरी मचा रखी है, इसमें नावां के महेंद्र चौधरी हों या विदुडी हों या मंत्री महेश जोशी. इन मामलों में भाजपा का बयान नहीं आना बताता है कि भाजपा के नेता महेश जोशी के मार्फत अपना काम करवा रहे हैं. उनके साथ में काम धंधे चल रहे हैं. जबकि रालोपा सभी मामलों को प्रमुखता से उठा रही है.