
बीकानेर,We Are Foundation की अध्यक्ष डायरेक्टर फाउंडर अर्चना जी सक्सेना ने बताया कि अक्षय तृतीया को अखा तीज के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ता है। बीकानेर की नगर स्थापना को 538 वर्ष हो चुके हैं बीकानेर में आखातीज पर पतंगबाजी एक महत्वपूर्ण परंपरा है,
इस दिन को शुभ मुहूर्तों में से एक माना जाता है। कुल मिलाकर, बीकानेर में आखातीज एक सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण पर्व है जिसे विभिन्न गतिविधियों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। इसीलिए आज बीकानेर नगर स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर नागणेची मंदिर के परिसर में बच्चों और बड़ों के साथ यह पर्व उत्साह पूर्ण मनाया गया l पतंगो पर बच्चों और टीम के पदाधिकारीयों द्वारा स्लोगन लिखवाए गए हर एक स्लोगन मानवता का संदेश को समर्पित था l बीकानेर स्थापना दिवस पर पतंगे बांटी गई और खाने पीने का सामान भी वितरित किया गया बच्चे रंग बिरंगी पतंगो को देखकर बहुत उत्साहित हो रहे थे कई बच्चों ने पतंग में धागे डालकर उनको वहीं पर उड़ाना भी शुरू कर दिया l We Are Foundation के जेंट्स स्टाफ ने भी एक संदेश से लिखी हुई पतंग वहां पर उडा कर बीकानेर स्थापना दिवस की खुशियां जाहिर की साथ ही महिला शक्ति ने भी थोड़ी-थोड़ी देर धागा पकड़ कर पतंग को आकाश में उड़ाकर इस शुभ त्यौहार को उत्साहपूर्ण बनाया
संस्था से अर्चना सक्सेना ,विजय मुंगिया, मंजूषा भास्कर, नीलम सक्सेना, अंकिता गोम्बर, रजनी राठौर, मुस्कान, मोहिनी शर्मा, मंजू दानिया, विजय स्वामी, अशोक प्रजापत और भक्ति राम पांडे, उपस्थित रहे