बीकानेर,वीरमगाम : मानव जीवन का अंतिम धाम स्मशान है लेकिन ज्यादातर लोग रात में स्मशान जाने से बचते हैं। वीरमगाम शहर में ऐतिहासिक मुनसर झील के तट पर शिव महल सार्वजनिक स्मशान में जोड़े ने अपनी अनूठी सफल शादी की 30 वीं वर्षगांठ मनाई। चोरी की सजावट स्मशान घाट में की गई और अतिथियों ने काठियावाड़ी भोजन का आनंद लिया।
आमतौर पर लोग अपनी शादी की सालगिरह अपने परिवार के साथ किसी होटल, मॉल या मल्टीप्लेक्स में जाकर अपने परिवार के साथ मनाते हैं लेकिन वीरमगाम के रहने वाले सुरेशभाई चंडी ने पारंपरिक तरीके के बजाय स्मशान में अपनी शादी की 30वीं सालगिरह मनाने का फैसला किया। वीरमगाम में शिव महल सार्वजनिक स्मशान के मुख्य द्वार को रोशनी से सजाया गया था और स्मशान के बगीचे में चोरी को सजाया गया था। शादी के सफल 30 साल पूरे कर चुके इस जोड़े को कई लोगों ने स्मशान में बधाई दी और उपहार दिए। उल्लेखनीय है कि विरमगाम में सुरेशभाई चंडी द्वारा सबवाहिनी की सेवा कई वर्षों से दि जा रही है।