बीकानेर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा राज्य सरकार के द्वारा गांधर , आंरण के कब्जाधारियों को पट्ट जारी करने के निर्णय के खिलाफ बेमियादी धरना 36 वें दिन भी जारी रहा । आज धरना स्थल पर गीतासार व गौ कथा का वाचन बालसंत श्रीपछैल बिहारी जी ने किया । गोचर आन्दोलन को समर्थन देने के लिए गांव ढाणी से लोग चल कर आ रहे है वही राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं के पदाधिकारी अपने समर्थकों के साथ धरना स्थल पर पहुंच कर भाटी को समर्थन दे रहे है । गुरुवार को भाटी के धरने को समर्थन देने के लिए विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय संयोजक सुशील औझा अपने समर्थकों के साथ धरना स्थल पर आये गौ माता के लिए चलाये जा रहे आन्दोलन का समर्थन किया ।
वही गोचर दीवार निर्माण के लिए भामाशाहों द्वारा दिल खोल कर सहयोग किया जा रहा है । आज दिलीप कुमार खाजूवाला 11 हजार रूपये , घनश्याम स्वामी ( टैक्सी चालक ) 51 सौ रूपये कथा सुनने वाली धर्म परायण महिला – पुरुष लगातार गुप्तदान दे रहे है वही एक परिवार द्वारा 51 हजार रुपये की राशि गुप्तदान भेंट की गयी ।
भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि धरना स्थल पर विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय संयोजक सुशील ओझा व प्रदेशाध्यक्ष भंवर पुरोहित अपने समर्थकों के साथ पहुंचे व भाटी की इस मुहिम में विप्र फाउण्डेशन के समर्थन व सहयोग की बात कही ।
इस अवसर पर धरना स्थल पर जमा हुए हजारों गो भक्तों को सम्बोधित करते हुए सुशील ओझा ने कहा कि राजस्थान में देवी सिंह भाटी ने गाय , गोचर व औरण को लेकर एक जन आन्दोलन की शुरुआत की है इससे अन्य जनप्रतिनिधियों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए । जो लोग गाय माता के हित की बात करने में भी राजनीति ढूंढ रहे हैं उनको इतिहास कभी माफ नहीं करेगा । ओझा ने कहा कि बात गौ संवर्धन की होनी चाहिए लेकिन अफसोस की हमें गायों की जमीन की रक्षा के लिए सरकार से लड़ना पड़ रहा है । आज देवी सिंह भाटी ने जो ये मुद्दा उठाया है उसे विप्र फाउण्डेशन पूरे प्रदेश स्तर पर गांव – ढाणी तक ले जायेगी सभी सरकार में बैठे लोगों व उन जनप्रतिनिधियों की आंखें खुलेगी जो गाय व गांचर के मुद्दे पर मुंह में मुंग डाले बैठे हैं । आने वाले समय में गाय के मुद्दे पर ये चुप्पी उनको भारी पड़ेगी । मैं तो कामना करता हूँ कि गाय माता उनको सद्बुद्धि दें ।
इनके साथ आये परमानन्द ओझा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य , भंवर पुरोहित प्रदेशाध्यक्ष दिनेश ओझा युवा कार्यकारिणी के प्रदेश महामंत्री , अरूण कल्ला सचिव , हेमन्त शर्मा , महेश आंझा सहित विन फाउण्डेशन से जुड़े अनेक लोगों ने अपने सम्बोधन में कहा कि गाय की जमीन पर सरकार द्वारा पट्टे जारी करने का आदेश सीधे – सीधे सनातन संस्कृति पर हमला है । विप्र फाउण्डेशन इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा यह आन्दोलन इस चारदिवारों से निकल कर पूरे प्रदेश की जनता की आवाज बन गया है । यदि अब भी सरकार नहीं चेती तो सरकार में बैठे लोगों को इसके गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे । आज विप्र फाउण्डेशन से आये पदाधिकारियों का देवकिशन चांडक , विजय उपाध्याय , विजय सिंह चावड़ा ने स्वागत किया ।
गोचर धाम में चल रही गौ कथा में आज मुख्य यजमान का दायित्व आरती – दिनेश सांखला दम्पति ने निभाया । आज कथा में बालसंत श्रीप्रैल बिहारी जी ने कहा कि गौ रक्षण , गौ पालन और सौ संवर्धन का प्रश्न हमारे लिए नया नहीं है । हमारे सनातन संस्कृति के अनुसार अर्थ , धर्म , काम और मोक्ष इन चारों पुरुषार्चा के और घृतरूपी अमृत का खजाना है । प्रत्येक विचारशील पुरूष को गौ संवर्धन के बारे में ही चिन्तन करना चाहिए । गौ कथा के दौरान कोलासर गांव से जन्मांध रामा बाई ने गाय माता पर अपनी सुरीली आवाज में भजनों की प्रस्तुति देकर गौ भक्तों को भाव विभोर कर दिया ।
धरना स्थल पर भाटी ने रामा बाई की भजन गायन की भूरी – भूरी प्रशंसा की । आज धरना स्थल पर मुख्य रूप से मदनलाल हटिका पूर्व पार्षद लालसोट दौसा , सेवानिवृत पुलिस अधीक्षक खीवसिंह भाटी , कांग्रेस नेता नित्यानंद पारीक , किशोर – राजु बन बीठनोक , श्याम कुमावत गोविन्दसर , हरीराम सैन भलूरी , सहीराम सियाग पलाना , अशोक कुमार छींपा नोखा , सुभाष गोदारा आरडी 860 के अलावा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से भाटी को समर्थन देने पहुंचे ।