बीकानेर विद्यार्थियों को कोचिंग, मागदर्शन और छोटी-छोटी स्किल डवलपमेंट की सुविधाओं वाले विप्र एक्सीलेंस सेंटर का जयपुर में 9 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण किया जाएगा। इसके लिए विप्र बंधु सहयोग एकत्र कर रहे हैं। यह जानकारी गुरुवार को बीकानेर में विप्र फाउंडेशन के संस्थापक एवं संयोजक सुशील ओझा ने पत्रकार वार्ता में दी।ओझा ने बताया कि जयपुर में 60 हजार स्कवायर फीट में सेंटर के भवन का निर्माण होगा। इसके लिए जमीन की व्यवस्था के बाद अब भवन निर्माण पर 9 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें छात्राओं के लिए हॉस्टल का निर्माण भी किया जाएगा। सबसे बड़ी बात है कि एक्सीलेंस सेंटर में सर्व समाज के विद्यार्थियों को अवसर मिलेगा। इसमें कौशल विकास, कोचिंग, प्रतियोगी परीक्षाओं का परीक्षण, युवाओं के लिए जॉब की व्यवस्था के लिए रोजगार परक छोटी-छोटी स्किल डवलपमेंट के कोर्स शुरू किए जाएंगे। पत्रकार वार्ता में विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय सचिव दीपक पारीक, प्रदेशाध्यक्ष भंवर पुरोहित, विक्की अध्यक्ष सीए सुधीश शर्मा उपस्थित रहे।
ओझा ने बताया कि सेंटर के लिए 1 जनवरी से धन एकत्र करने के लिए विप्र ने प्रयास शुरू किए। अभी तक एक करोड़ तीस लाख रुपए का सहयोग मिल चुका है। इसमें कोई भी न्यूनतम पांच हजार रुपए से सहयोग राशि दे सकता है। एक लाख रुपए का सहयोग देने वाले को विप्र फाउंडेशन ट्रस्टी के रूप में शामिल किया जाएगा। उन्होंने विप्र बोर्ड के गठन और अध्यक्ष की नियुक्तियों पर मुख्यमंत्री का आभार जताया। साथ ही उम्मीद जताई कि अन्य राज्यों की तरह विप्र बोर्ड को राजस्थान में पर्याप्त फंड की व्यवस्था भी सरकार करेगी।
ओझा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राजनीति के लिए जातिगत संगठन बनाना गलत है। परन्तु सामाजिक संगठन के राजनीति में दखल को वह गलत नहीं मानते। जाति गौरव का विषय है। उन्होंने विप्र फाउंडेशन के राजस्थान में विस्तार के बारे में कहा कि प्रदेश को 5 जोन और 42 जिलों में बांटकर संगठन की शाखाओं को तैयार किया गया है।